दरभंगा: मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा डीएमसीएच में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर गुरुवार को पोलो फील्ड लहेरियासराय से पैदल मार्च निकाला गया. मार्च पोलो मैदान से निकलकर शहर के विभिन्न चौक चौराहे होते हुए डीएमसीएच पहुंचा, जहां एमएसयू के कार्यकर्ताओं ने अपनी 11 सूत्री मांगों के समर्थन में जमकर प्रदर्शन किया है.
डीएमसीएच में इलाज के नाम पर हो रही खानापूर्ती
इस दौरान एमएसयू के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही हैं. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में मरीज के लिए दवा तक उपलब्ध नहीं होती है और मामूली बुखार के लिए भी मरीज को बाहर से दवा मंगवानी पड़ रही है.
डीएमसीएच में है सुविधा की कमी
मिथिला स्टूडेंट यूनियन के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने कहा कि डीएमसीएच में इलाज की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन आम सामज के गरीब तब्के और मजदूरों को यहां इलाज के नाम पर सिर्फ और सिर्फ ठगने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां पर इलाजरत मरीजों को मजबूरी में ज्यादा पैसा खर्च कर प्राइवेट जांच केंद्र पर निर्भर होना पड़ता हैं. उन्होंने कहा कि लापरवाही का आलम यह है की मरीज का जो पैर टूटता है, अस्पताल के डॉक्टर उसका प्लास्टर नही करते, बल्कि दूसरे पैर में प्लास्टर कर देते हैं.
जबतक बदलाव नहीं होता तबतक आंदोलन रहेगा जारी
वहीं, अभिषेक कुमार ने कहा कि दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल जिले के लगभग 50 विधानसभा क्षेत्र के मरीज यहां इलाज करवाने के लिए आते है, लेकिन आजतक किसी विधायक ने इसका निरीक्षण नहीं किया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के नेता हमें एम्स का सपना दिखाते हैं, लेकिन सवाल उठता है कि जब डीएमसीएच की स्थिति नही सुधरी तो एम्स को कैसे संभालेंगे. उन्होंने कहा कि हमें डीएमसीएच में परिवर्तन चाहिए और जबतक बदलाव नहीं होता तबतक हम लोग आंदोलन करते रहेंगे.