दरभंगा: सांसद गोपाल जी ठाकुर ने मंगलवार को दरभंगा के राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान का निरीक्षण किया. सांसद ने इस आयुर्वेद कॉलेज में वर्षों से बंद पड़ी पढ़ाई और इसकी दुर्दशा पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि इस कॉलेज का जीर्णोद्धार कराया जाएगा और यहां विधिवत पढ़ाई शुरू कराई जाएगी.
'आयुर्वेद कॉलेज की दुर्दशा से संबंधित सवाल वे लोकसभा में उठाएंगे और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से भी इसके बारे में बात करेंगे. आयुर्वेद कॉलेज में वर्षों से बंद पड़ी पढ़ाई 2021 में शुरू हो, इसके लिए वे पूरी कोशिश कर रहे हैं' - गोपालजी ठाकुर, सांसद
कर्मियों की भारी कमी
बता दे कि दरभंगा के इस आयुर्वेद कॉलेज की स्थापना दरभंगा राज की ओर से 22 एकड़ में की गई थी. एक जमाने में यह बिहार के सबसे बड़े आयुर्वेद चिकित्सा कॉलेज और अस्पतालों में से एक था. 1975 में बिहार सरकार ने इस कॉलेज का अधिग्रहण किया और यहां बीएएमएस की पढ़ाई शुरू हुई. बाद में जैसे-जैसे बिहार के आयुर्वेद कॉलेज और अस्पतालों की दुर्दशा शुरू हुई, वैसे-वैसे दरभंगा के आयुर्वेद कॉलेज पर भी संकट गहराता गया और यहां पढ़ाई बंद हो गई. फिलहाल यहां शिक्षकों और गैर शैक्षणिक कर्मियों की भारी कमी है. यहां के अस्पताल की भी व्यवस्था अच्छी नहीं है.