दिल्ली/दरभंगा : सांसद गोपाल जी ठाकुर ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा के साथ बैठक की. सांसद ने कहा कि मिथिला क्षेत्र अंतर्गत सभी रेलवे स्टेशनों और रेलगाड़ियों के नेम प्लेट पर नाम मिथिलाक्षर में लिखे जाने, दरभंगा-मुजफ्फरपुर और दरभंगा-सहरसा नई रेल लाइन के निर्माण के लिए उपयुक्त कदम उठाने के अलावे दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पूर्व में संचालित होमियोपैथिक चिकित्सा केंद्र को पुनः शुरू करने के लिए की अपील की है. साथ ही दरभंगा से हरिद्वार, भोपाल, कोटा व जयपुर, अयोध्या के लिए रेल सेवा बहाल करने की मांग की है.
दरभंगा से कई ट्रेनों की मांग
बैठक में उन्होंने मिथिला क्षेत्र अंतर्गत सभी रेलवे स्टेशनों से सभी रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू करने, लहेरियासराय स्टेशन के दक्षिण में लो कॉस्ट ओवरब्रिज और पंडासराय से कंगवा गुमटी तक लगभग 8 किलोमीटर लम्बे नाला निर्माण की दिशा में विभागीय सक्रियता बढ़ाने एवं दरभंगा से हरिद्वार, भोपाल, कोटा व जयपुर, अयोध्या के लिए रेल सेवा बहाल करने की भी मांग की गई है. ताकि दरभंगावासी सहित मिथिलावासियों को इसका लाभ मिल सके.
आरओबी का शीघ्र काम होगा शुरू
सांसद ने दरभंगा संसदीय क्षेत्र के सभी नौ और जिले में बनने वाले कुल दस रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के लिए रेलवे से पहल करने की मांग की. उन्होंने कहा कि लगभग सभी दस आरओबी का डीपीआर तैयार है और राज्य सरकार द्वारा टेंडर की प्रकिया पूर्ण किये जाने के उपरांत निर्माण कार्य शुरू होगा. उन्होंने ने सकरी- हसनपुर, खगड़िया- कुशेश्वरस्थान, घोघरडीहा- कुशेश्वरस्थान आदि रेलखंडों के निर्माण पर भी विभागीय पहल करने के लिए कहा ताकि करोड़ों मिथिलावासियों को लाभ मिल सके.
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वहीं सांसद ने कहा कि कोसी रेल महासेतु का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर करने की मांग की गई है. दरभंगा बाइपास के निर्माण को गति प्रदान करने और दरभंगा व मिथिला के विकास के लिए पूर्व के बजट में स्वीकृत सभी रेलगाड़ियों एवं रेल विकास परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए कहा. इस क्रम में सांसद ने आरपीएफ के डीजी अरुण ठाकुर से भी मुलाकात की और दरभंगा व मिथिला क्षेत्र के सभी रेलगाड़ियों में आरपीएफ द्वारा स्कॉट किये जाने की बात कही.