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दरभंगा में जल्द शुरू होगी नीरा की बिक्री, सर्वे के बाद दिया जाएगा लाइसेंस

दरभंगा में जल्द ही नीरा की बिक्री शुरू की जाएगी. इसी महीने सर्वे कार्य के बाद लाइसेंस भी दिया जाना शुरू होगा. इसके लिए डीएम ने एक अहम बैठक भी की. पढ़ें रिपोर्ट..

दरभंगा में नीरा उत्पादन के लिए बैठक
दरभंगा में नीरा उत्पादन के लिए बैठक
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Published : Feb 1, 2022, 8:36 PM IST

Updated : Feb 1, 2022, 10:05 PM IST

दरभंगाः दरभंगा के बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेदकर सभागार में डीएम राजीव रोशन की अध्यक्षता में नीरा उत्पादन के लिए बैठक (Meeting for Neera Production in Darbhanga) की गयी. बैठक में वरीय पदाधिकारियों एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के लिए ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया. बैठक में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि नीरा उत्पादन के लिए जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय समिति का गठन किया जा चुका है. नगर निकाय के लिए नगर निकाय स्तरीय समिति का गठन किया गया है.

यह भी पढ़ें- ललित नारायण मिश्र की 100वीं जयंती की पूर्व संध्या पर दीपोत्सव, मिथिलांचल में एक साल तक चलेगा शताब्दी समारोह

उन्होंने बताया कि प्रखंड स्तर पर पर्यवेक्षक प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जीविका कर्मी या अन्य विभाग के कर्मी को नामित किया जा सकता है. ग्राम पंचायत में सर्वेक्षण कार्य हेतु सर्वेक्षण दल का गठन प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा, जिसमें संबंधित पंचायत के विकास मित्र, संबंधित थाना के चौकीदार एवं जीविका प्रोत्साहित सामुदायिक संगठनों के 01 कैडर को शामिल किया जाएगा.

सर्वे टीम वास्तविक रूप से ट्रेपर (पेड़ पर चढ़ने वालों) को चिह्नित करेंगे. उन्होंने कहा कि नामित नोडल पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सुपरवाइजर्स को मोबाइल एप की ट्रेनिंग दे दी गई है. सर्वे का कार्य 15 फरवरी तक कर लेना है. 25 फरवरी तक उत्पादक समूह का गठन कर लेना है एवं 28 फरवरी तक सभी उत्पादक समूह को लाइसेंस दे देना है. शहरी क्षेत्र के लिए जीविका कर्मी एवं अन्य विभाग के कर्मी को नामित किया जाना है तथा सर्वेक्षण कार्य के लिए शहरी आजीविका मिशन के कर्मी, समेकित बाल विकास सेवा की आंगनबाड़ी सेविका एवं नगर क्षेत्र के विकास मित्र को रखा जाना है.

जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी को वरीय पदाधिकारियों एवं नोडल पदाधिकारियों को सभी निर्धारित तिथि का अनुपालन शत-प्रतिशत करने का निर्देश दिया. डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि खजूर के पेड़ों पर अनुज्ञप्ति नम्बर काला रंग से तथा ताड़ के पेड़ों पर लाल रंग से अनुज्ञप्ति नम्बर लिखा जाएगा. नीरा को स्टोर करने के लिए लगाये जाने वाले बर्तन का रंग पीला रहेगा. नीरा बनाना शुरू होने पर नीरा बिक्री केन्द्र के माध्यम से नीरा की बिक्री की जाएगी.

बैठक में यह भी बताया गया कि नीरा की बिक्री के लिए केन्द्र को चिह्नित कर लिया जाए. चलंत बिक्री केन्द्र भी वाहन पर बनाया जाए. बैठक में उपविकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, अनुमंडल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता, अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) अखिलेश प्रसा सिंह, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी रवि कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता सदर मो. सादुल हसन एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

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दरभंगाः दरभंगा के बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेदकर सभागार में डीएम राजीव रोशन की अध्यक्षता में नीरा उत्पादन के लिए बैठक (Meeting for Neera Production in Darbhanga) की गयी. बैठक में वरीय पदाधिकारियों एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के लिए ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया. बैठक में पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि नीरा उत्पादन के लिए जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय समिति का गठन किया जा चुका है. नगर निकाय के लिए नगर निकाय स्तरीय समिति का गठन किया गया है.

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उन्होंने बताया कि प्रखंड स्तर पर पर्यवेक्षक प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जीविका कर्मी या अन्य विभाग के कर्मी को नामित किया जा सकता है. ग्राम पंचायत में सर्वेक्षण कार्य हेतु सर्वेक्षण दल का गठन प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा, जिसमें संबंधित पंचायत के विकास मित्र, संबंधित थाना के चौकीदार एवं जीविका प्रोत्साहित सामुदायिक संगठनों के 01 कैडर को शामिल किया जाएगा.

सर्वे टीम वास्तविक रूप से ट्रेपर (पेड़ पर चढ़ने वालों) को चिह्नित करेंगे. उन्होंने कहा कि नामित नोडल पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सुपरवाइजर्स को मोबाइल एप की ट्रेनिंग दे दी गई है. सर्वे का कार्य 15 फरवरी तक कर लेना है. 25 फरवरी तक उत्पादक समूह का गठन कर लेना है एवं 28 फरवरी तक सभी उत्पादक समूह को लाइसेंस दे देना है. शहरी क्षेत्र के लिए जीविका कर्मी एवं अन्य विभाग के कर्मी को नामित किया जाना है तथा सर्वेक्षण कार्य के लिए शहरी आजीविका मिशन के कर्मी, समेकित बाल विकास सेवा की आंगनबाड़ी सेविका एवं नगर क्षेत्र के विकास मित्र को रखा जाना है.

जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी को वरीय पदाधिकारियों एवं नोडल पदाधिकारियों को सभी निर्धारित तिथि का अनुपालन शत-प्रतिशत करने का निर्देश दिया. डीपीएम जीविका द्वारा बताया गया कि खजूर के पेड़ों पर अनुज्ञप्ति नम्बर काला रंग से तथा ताड़ के पेड़ों पर लाल रंग से अनुज्ञप्ति नम्बर लिखा जाएगा. नीरा को स्टोर करने के लिए लगाये जाने वाले बर्तन का रंग पीला रहेगा. नीरा बनाना शुरू होने पर नीरा बिक्री केन्द्र के माध्यम से नीरा की बिक्री की जाएगी.

बैठक में यह भी बताया गया कि नीरा की बिक्री के लिए केन्द्र को चिह्नित कर लिया जाए. चलंत बिक्री केन्द्र भी वाहन पर बनाया जाए. बैठक में उपविकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, अनुमंडल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता, अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) अखिलेश प्रसा सिंह, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी रवि कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता सदर मो. सादुल हसन एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

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Last Updated : Feb 1, 2022, 10:05 PM IST
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