दरभंगाः सरकार और प्रशासन कई बार लोगों के हित में कदम तो उठाते हैं लेकिन अपनी लेटलतीफी और सुस्ती की वजह से उनका यह कदम लोगों के लिए मुसीबत बन जाता है. कुछ ऐसा ही वाकया दरभंगा में देखने को मिल रहा है. नगर निगम और जिला प्रशासन ने करीब साल भर पहले दरभंगा रेलवे स्टेशन के सामने के विशाल हराही तालाब से अतिक्रमण हटाया था. योजना के अनुसार जल जीवन जल जीवन हरियाली अभियान के तहत तालाब का सौंदर्यीकरण कर वहां पेड़-पौधे लगने थे. प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि सौंदर्यीकरण के बजाए तोड़े गए ढांचों का मलवा अभी तक नहीं हटाया गया है. फिलहाल वहां काफी गंदगी पसरा हुआ है. बदबू की वजह से वहां के लोगों के लिए जीना मुहाल हो गया है.
प्रशासन की लापरवाही
स्थानीय कमलेश महासेठ ने कहा कि नगर निगम ने एक साल पहले हराही तालाब से अतिक्रमण हटाया था. योजना थी कि तालाब के किनारे सुंदर घाट बनाए जाएंगे और पेड़-पौधे लगाए जाएंगे. लेकिन योजना पर आज तक अमल नहीं हुआ. इसकी वजह से यहां गंदगी फैली है और लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम को सौंदर्यीकरण नहीं करना था तो दुकानों को नहीं तोड़ा जाना चाहिए था, बल्कि उनकी बंदोबस्ती कर किराया लेना चाहिए था.
जल्द मलवा हटाने की मांग
वहीं, एक अन्य स्थानीय आदिल रजा ने कहा कि वे पिछले दो-तीन साल से सुन रहे हैं कि हराही तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि स्टेशन के सामने काफी समय से गंदगी पसरी हुई है. जो लोग दरभंगा स्टेशन पर उतरते हैं उनकी ख्वाहिश होती है कि अपने शहर में आने पर बेहतर नजारा दिखे, लेकिन स्टेशन से बाहर आने के साथ ही यहां गंदगी दिखती है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और नगर निगम को जल्द यहां से मलवा हटा कर तालाब का सौंदर्यीकरण करना चाहिए.
जल्द शुरू होगा योजना पर कार्य
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात करते हुए दरभंगा नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में हराही तालाब के सौंदर्यीकरण पर चर्चा हुई है. इसके तालाब के सौंदर्यीकरण की योजना बना ली गई है. वहां सौंदर्यीकरण के अलावा वाहनों के लिए पार्किंग स्थल भी बनाया जा सकता है. नगर आयुक्त ने कहा कि जल्द ही इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा.