दरभंगा : केंद्र और बिहार सरकार मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है. खास तौर पर गरीब अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी के तहत दरभंगा के मखाना अनुसंधान केंद्र में 3 जिलों दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी के 50 एससी-एसटी किसानों को खास तौर पर प्रशिक्षित किया गया और कृषि उपकरण वितरित किए गए. प्रशिक्षण मखाना अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों डॉ. मनोज कुमार, श्री एसएम राउत और विनोद कुमार ने दिया.
मखाना अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि मिथिलांचल के 8-10 जिलों में ही दुनिया के करीब 90 फीसदी मखाना उपजाया जाता है. इससे इस इलाके के लाखों किसानों की जीविका चलती है. इन्हीं जिलों में दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी आते हैं.
![किसानों को किया गया प्रशिक्षित](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08:55:40:1616858740_bh-dar-03-sc-st-farmers-training-for-makhana-cultivation-photo-7203718_27032021200237_2703f_1616855557_413.jpg)
ये भी पढ़े- दरभंगा नगर निगम में 80 करोड़ रुपये का बजट पास, सौंदर्यीकरण और तालाबों की सफाई विशेष ध्यान
डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि एससी-एसटी कैटेगरी से आने वाले दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी जिले के ऐसे 50 किसानों को मखाना की खेती और इसके प्रसंस्करण से संबंधित जानकारी दी गई. साथ ही केंद्र सरकार की योजना के तहत इन्हें कृषि उपकरण, पोषक तत्व और कीटनाशक भी प्रदान किए गए. उन्होंने कहा कि इसका उपयोग कर किसान बेहतर खेती कर सकेंगे.