दरभंगाः बिहार में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. मरीजों की संख्या बढ़ते देख सरकार और प्रशासन भी सजग हो गया है. महाराष्ट्र से मजदूरों का जत्था बिहार लौट रहा है. दूसरे प्रदेश में रहकर काम करने वाले प्रवासी दोबारा लॉकडाउन का दर्द नहीं चाहते हैं. इसलिए श्रमिकों के वापस आने का सिलसिला लगातार जारी है. वहीं दरभंगा स्टेशन एहतियात के सारे प्रबंध किये गए हैं. लौट रहे यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है.
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रामकृष्ण ने सुनाई दास्तां
पुणे से दरभंगा लौटे यात्री रामकृष्ण चौधरी ने बताया कि वहां की स्थिति बेहद खराब है. पिछले कई दिनों से वे लोग घर में कैद थे. कोई काम-धंधा नहीं मिल रहा था. पिछले साल की मुसीबत से सबक लेते हुए इस बार उन लोगों ने जल्दी अपना घर लौट आने का फैसला कर लिया.
पुणे में रोजी-रोजगार ठप
वहीं, एक अन्य यात्री पीतांबर साह ने बताया कि पुणे में पिछले कई दिनों से रोजी-रोजगार ठप हो गया है. काम कराने वाले लोगों ने साफ कह दिया कि उन्हें अब पैसे नहीं दिये जाएंगे. उन्होंने कहा कि मजबूरी में घर वापस लौटना पड़ रहा है. घर आकर बेहतर महसूस कर रहे हैं.
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यात्रियों की हो रही जांच
दरभंगा स्टेशन पर कोरोना जांच की मॉनिटरिंग कर रहे डीडीसी तनय सुल्तानिया ने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाली हर ट्रेन के यात्रियों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को 500 से ज्यादा यात्रियों की कोरोना जांच की गई है. हालांकि इनमें से कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया है. उन्होंने कहा कि जांच के लिए स्टेशन पर 8 काउंटर बनाए गए हैं ,और मजिस्ट्रेट व जरूरी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.