दरभंगाः बिहार के विश्वविद्यालयों पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप (Corruption cases on VC in Bihar) के बीच ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के VC एसपी सिंह ने मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के वीसी मोहम्मद कुद्दूस को 5 करोड़ 10 लाख रुपये की मानहानि का नोटिस (5.10 Crore Notice To VC Mohd Quddus) भेजा है. वीसी ने मोहम्मद कुद्दूस पर छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है.
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प्रो सिंह के वकील ने प्रो. कुद्दुस को 5.10 करोड़ के मानहानि का नोटिस भेजा है. बता दें कि मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. मो कुद्दुस ने प्रो. सुरेन्द्र प्रताप पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने इस बावत मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र भी लिखा था. इस पत्र के आधार पर मुख्यमंत्री सचिवालय ने राजभवन से कार्रवाई की अनुशंसा कर चुका है.
अपने पत्र में कुलपति प्रो. मो कुद्दुस ने प्रो सुरेन्द्र प्रताप पर आरोप लगाते हुए मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलपति रहने के दौरान प्रो सिंह ने गलत ढंग से टेंडर देने और टेंडर में बंदरबांट किया है. मो कुद्दुस ने अपने लेटर में कहा है कि उन्हें 19 अगस्त 2021 को यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर के तौर पर जॉइन करना था. वो उस दिन जॉइन करने पहुंचे थे, लेकिन रजिस्ट्रार डॉक्टर मो हबीबुर रहमान ने अज्ञात कारणों से उन्हें जॉइन करने में 23 अगस्त तक की देरी करायी.
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सुरेंद्र प्रसाद सिंह पर लाखों की हेरफेर का आरोप है. इसके अलावा दोगुने दामों में लखनऊ की एजेंसी को आंसर शीट छापने के टेंडर दिए गए. अन्य मदों में भी पर्दे के पीछे से लूट का खुला खेल चल रहा है. कुद्दुस के पत्र के मीडिया में आने के बाद राज्यपाल फागू चौहान को अचानक से दिल्ली तलब किया गया है. कहा जा रहा है कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार के लगे आरोप को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय गंभीर है. प्रो एसपी सिंह ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए प्रो. कुद्दुस को 5.10 करोड़ रुपये के मानहानि का नोटिस भेजा है.