दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विवि बार कोड के साथ प्रमाण प्रत्र देने वाला प्रदेश का पहला यूनिवर्सिटी बन गया है. इससे प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा का मामला कम होगा. इसको लेकर विवि के कुलपति प्रो एसके सिंह ने बताया कि राजभवन से निर्देश के बाद ऐसा कदम उठाया गया है.
प्रो एसके सिंह ने बताया कि उन्हें राजभवन से ऐसा निर्देश मिला था. इसके बाद सभी प्रमाण पत्रों पर बार कोड और परीक्षार्थी की फोटो लगानी शुरू कर दी गई है. विवि में 26 और 27 जुलाई को होने वाले राष्ट्रीय सेमिनार के प्रतिभागियों के प्रमाण पत्रों पर भी फोटो और बार कोड लगाये जा रहे हैं. मिथिला यूनिवर्सिटी बिहार का ऐसा करने वाला पहला विवि विवि बन गया है. इससे प्रमाण पत्रों में धांधली नहीं हो सकेगी.
इससे फर्जीवाड़ा पर लगेगी लगाम
बता दें कि प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा का मामला प्रदेश में हमेशा सामने आते रहता है. इससे प्रदेश के यूनिवर्सिटी पर सवाल खड़े होते हैं. इसको लेकर राजभवन ने एक्शन लिया है. यूनिवर्सिटी को बार कोड सहित प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश दिया है. इससे फर्जीवाड़ा करने वाले परीक्षार्थियों पर नकेल कसी जा सकगी.