दरभंगाः एलआईसी (LIC) एजेंटों के परिजनों को 1 करोड़ की सहायता देने एवं अन्य मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर एजेंटों ने 6 दिवसीय विश्राम दिवस की शुरुआत की. बता दें कि मिथिलेश मिश्रा के संरक्षण और विश्वमोहन कुमार की अध्यक्षता में एजेंटों ने 16 से 21 जून तक विश्राम दिवस की शुरुआत की है. मांगों के समर्थन में भारतीय जीवन बीमा निगम के एजेंटों ने दरभंगा और लहरियासराय शाखा कार्यालयों में विरोध जताया.
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कोरोना काल के गाल में समाए एलआइसी एजेंटों और सीएलआइए के परिजनों के लिए यह हैं कुछ मांग
- परिजनों को दी जाए 1 करोड़ की सहायता राशि
- उनके नाबालिग बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाया जाए
- बच्चों के नाबालिग रहने तक 10 हजार की पेंशन परिवार को दी जाए
- इसके साथ ही 15 सूत्री मांगों को रखा गया है
'एलआईसी एजेंट भारतीय जीवन बीमा निगम की रीढ़ हैं. एलआईसी को उनकी मेहनत से ही बीमा राशि की प्राप्ति होती है. कोरोना जैसी भीषण महामारी के दौरान काम करते हुए जिन एजेंटों की मौत हुई है, उनके परिजन बुरी हालत में हैं. इस प्रतीकात्मक विरोध और विश्राम दिवस के माध्यम से वे एलआईसी के अधिकारियों और सरकार से मांग करते हैं कि उनकी मदद की जाए.' -मिथिलेश मिश्रा, मंडल संरक्षक
दर्जनों एजेंट हुए शामिल
इस विरोध-प्रदर्शन में संयुक्त सचिव अभय कुमार चौधरी, सचिव मनोज कुमार साहु, राम एकबाल, पशुपति नाथ झा, सुशील कुमार झा, उमाशंकर प्रसाद और विनोद कुमार चौधरी समेत दर्जनों एजेंट शामिल हुए.
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