दरभंगा: अपने बीमार पिता को गुरुग्राम से साइकिल पर बिठा कर दरभंगा लाने वाली बहादुर बेटी ज्योति रातों-रात पूरी दुनिया में चर्चा में आ गई थी. ईटीवी भारत ने इस बहादुर बेटी की दिलेरी की कहानी देश-दुनिया तक पहुंचाने की एक मुहिम चलाई थी. कभी दाने-दाने को मोहताज ज्योति को कई लोगों से आर्थिक मदद मिली थी. जिससे ज्योति अब आर्थिक रूप से मजबूत है, लेकिन उसके दिल में वो गरीबी और उसका दर्द आज भी जिंदा है.
ज्योति ने अपने उस पैसे से एक ऐसा काम कर दिखाया है, जिसकी वजह से वह एक बार फिर चर्चा में है. उसने रिश्ते में बुआ लगने वाली एक बेहद गरीब लड़की की शादी अपने पैसे से करवाई है. ये शादी शनिवार की रात दरभंगा राज परिसर में संपन्न हुई. दूल्हा-दुल्हन ने ज्योति को धन्यवाद दिया. वहीं, ज्योति से ईटीवी भारत ने पूछा कि इसका श्रेय किसे देंगी तो उसने बड़ी विनम्रता से कहा कि आप लोगों को इसका श्रेय जाता है.
ज्योति को जाता है शादी कराने का श्रेय
दूल्हा अरविंद ने कहा कि वो इस शादी से खुश हैं. उसने बताया कि वो राजस्थान में काम करता है. वह कविता को हमेशा खुश रखेगा. उसने ज्योति को धन्यवाद दिया. वहीं दुल्हन कविता ने कहा कि इस शादी को कराने का श्रेय ज्योति को ही जाता है. उसने न सिर्फ शादी तय कराई बल्कि अपने खर्चे से ये शादी कराई है. वहीं उसने कहा कि ज्योति उसकी भतीजी है, ज्योति को वह धन्यवाद देती है.
'अपनी बेटी पर नाज है'
ज्योति के पिता मोहन पासवान ने कहा कि ज्योति ने ही कविता की शादी करा देने का सुझाव दिया था. उसने कहा कि कल हमारे पास कुछ नहीं था. लेकिन आज बहुत कुछ है, तो एक गरीब बेटी की शादी करा देनी चाहिए. उन्होंने सहर्ष इसे स्वीकार किया और ज्योति के पैसे से रिश्ते में उनकी बहन कविता की शादी अरविंद से हो गई. उन्होंने कहा कि इसमें सब कुछ ज्योति का है, उन्हें अपनी बेटी पर नाज है.
ईटीवी भारत को दिया श्रेय
उधर ज्योति भी इस शादी से बेहद खुश थी. उसने कहा कि कविता रिश्ते में उसकी बुआ लगती है. वो बेहद गरीब परिवार की है. उसके घर कोई कमाने वाला नहीं है. कैसे बेटी की शादी हो इसकी चिंता परिवार को थी. इसलिए उसने लड़का ढूंढा और अपने खर्च से ये शादी करवाई है. इस काम से उसे बहुत खुशी मिली है. ज्योति से जब ईटीवी भारत ने पूछा कि कल तक आप लोगों से मदद मांग रही थीं और आज आप खुद लोगों की मदद करने में सक्षम हैं, तो इसका श्रेय किसे देंगी? ज्योति ने बड़ी विनम्रता से जवाब दिया कि इसका श्रेय मैं ईटीवी भारत दूंगी.