दरभंगाः लॉकडाउन के दौरान अपने बीमार पिता को साइकिल पर बैठाकर 16 अप्रैल को गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची ज्योति एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल संवाद को लेकर सुर्खियों में आ गई हैं. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 के लिए देशभर के 32 बच्चों का चयन किया गया. जिसमें दरभंगा की ज्योति को बाल शक्ति पुरस्कार के तहत एक लाख रुपया तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा.
ज्योति ने कहा कि प्रधानमंत्री से वर्चुअल संवाद से उसके हिम्मत और साहस को नई उड़ान देने का काम किया है.
प्रधानमंत्री मोदी से बात नहीं होने का रहा मलाल
ज्योति ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं कभी अपने सपने में भी नहीं सोची थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमारी बात होगी. उन्होंने कहा कि हमें इस बात का मलाल है कि हमारी बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं हो पाई. लेकिन अगर हमें मौका मिलेगा तो मैं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलूंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में भाग लेकर हमें काफी खुशी मिल रही है.
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जिला प्रशासन ज्योति की उज्जवल भविष्य के लिए हर संभव करेगी मदद
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने कहा कि आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ज्योति की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग रखी गई थी. दरभंगा जिला से ज्योति को बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. जिसके तहत एक लाख रुपया तथा प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा. वहीं जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन ने कहा कि जिला प्रशासन ज्योति की उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा तत्पर रहेगा.
गुरुग्राम में ई रिक्शा चलाने के क्रम में हुआ था एक्सीडेंट
गौरतलब है कि ज्योति दरभंगा जिला के कमतौल थाना क्षेत्र के सिरहुल्ली गांव की रहने वाली है. ज्योति के पिता मोहन पासवान गुरुग्राम में ई रिक्शा चलाते थे. उसी क्रम में ज्योति के पिता का एक्सीडेंट हो गया. जब इस बात की जानकारी और उनके परिवार वालों को लगी तो ज्योति अपने पिता की सेवा करने के लिए गुरुग्राम चली गई. उसी क्रम में पूरे देश में लॉकडाउन लग गया. लॉकडाउन के दौरान इनके पास बचे हुए पैसे खत्म हो गए. मकान मालिक भी घर खाली करने का दबाव बनाने लगे.
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12 सौ किलोमीटर साइकिल चलाकर 6 दिनों में दरभंगा पहुंची थी ज्योति
ज्योति ने अपनी साहस का परिचय देते हुए 500 रुपए में एक साइकिल की खरीदारी की. अपने पिता को साइकिल के पीछे बिठाकर गुरुग्राम से निकल पड़ी. यात्रा के दौरान ज्योति को कई प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. लेकिन ज्योति अपनी हिम्मत नहीं हारी. गुरुग्राम से 12 सौ किलोमीटर साइकिल चलाकर महज 6 दिनों में दरभंगा पहुंच गई. जिसके बाद ज्योति को लोग साइकिल गर्ल के नाम से जानने लगे.
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इवांका ट्रंप ने की थी तारीफ
ज्योति के इस साहस का चर्चा जब मीडिया की सुर्खियां बनी तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने अपने ट्विटर अकाउंट पर तारीफ किया. उन्होंने लिखा कि ऐसे साहसिक कार्य हिन्दुस्तान की बेटी ही कर सकती है.