दरभंगा: जिले में जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग से कोरोना महामारी के दौरान बिहार विधानसभा चुनाव न कराने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई. तो वे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.
पप्पू यादव ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बिहार में तीसरे मोर्चे के गठन की कोशिशों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के भीषण संकट के दौर में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट को विधानसभा चुनाव रोकने के मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. जान नेता ने कहा कि वर्चुअल और डिजिटल चुनाव प्रचार के लिए उनकी जैसी पार्टियों के पास पैसे नहीं हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना महामारी तेजी से फैल रही है. बिहार में जांच की गति बेहद सुस्त है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने एक साजिश के तहत कोरोना की जांच धीमी कर दी है. ताकि इसके आधार पर चुनाव करवाया जा सके.
'बिहार चाहता है एक नया विकल्प'
जाप संरक्षक पप्पू यादव ने कहा कि वे यशवंत सिन्हा की बहुत इज्जत करते हैं. लेकिन बिहार एक नया विकल्प चाहता है. बिहार के लोग वैसे नेताओं को चुनना चाहते हैं, जो बाढ़-सुखाड़, कोरोना और बेटियों की मौत के समय उनका दुख-दर्द बांटने आता रहा है. उन्होंने कहा कि यशवंत सिन्हा को छोड़कर उनके तीसरे मोर्चे में बाकी जितने भी नेता हैं. वे सभी बिहार के दुश्मन हैं. उनसे बिहार की भलाई की उम्मीद नहीं की जा सकती है.