दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. सर्वनारायण झा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच राजभवन ने शुरू कर दी है. कुलपति पर वित्तीय अनियमितता, नियुक्ति में घोटाला और कॉलेजों के शासी निकाय में एक ही व्यक्ति को 13 कॉलेजों का अध्यक्ष बनाए जाने समेत कई गंभीर आरोप हैं.
राजभवन के अपर सचिव ने की जांच टीम की अध्यक्षता
इसकी शिकायत कई लोगों ने की थी, जिनमें संस्कृत विवि के प्रतिकुलपति प्रो. चंदेश्वर प्रसाद सिंह भी शामिल हैं. राजभवन की तीन सदस्यीय जांच टीम की अध्यक्षता राजभवन के अपर सचिव राम अनुग्रह नारायण सिंह कर रहे थे. जबकि संयुक्त सचिव राजकुमार सिंह और विधि पदाधिकारी यूएस परमार इसके सदस्य थे. टीम ने बंद कमरे में मामले की जांच की और मीडिया से दूर रहे.
वीसी पर वित्तीय अनियमितता और नियुक्ति घोटाला समेत कई आरोप
शिकायतकर्ता विरेंद्र कुमार पासवान ने बताया कि उन्होंने विवि में शास्त्री और उप शास्त्री कॉलेजों में हुई नियुक्ति में अनियमितता, विकास कार्यों में राशि की लूट और कॉलेजों के शासी निकाय में 13 कॉलेजों का अध्यक्ष एक ही व्यक्ति को बनाए जाने समेत 12 मामलों की शिकायत राजभवन से की थी. जांच टीम ने उन्हें बुला कर उनका पक्ष सुना.
बंद कमरे में हुई जांच, मीडिया से दूर रहे जांचकर्ता
वहीं, दूसरे शिकायतकर्ता के रूप में जांच टीम के सामने पहुंचे संस्कृत विवि के प्रति कुलपति प्रो. चंदेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि उन्होंने राजभवन को जो लिखित शिकायत की थी उस पर जांच दल ने उनसे सवाल पूछे. हालांकि उनकी क्या शिकायत थी इसे बताने से उन्होंने इनकार कर दिया. उधर, राजभवन की जांच टीम के सदस्यों ने भी मीडिया को जांच से संबंधित कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया.