दरभंगा: कमला, कोसी, बागमती और अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर बढ़ने के चलते दरभंगा जिला का बड़ा हिस्सा बाढ़ (Darbhanga Flood) प्रभावित है. बाढ़ का पानी रोज नए इलाकों में घुस रहा है. जिले के कुछ प्रखंड ऐसे हैं जहां के लोगों को लगभग हर साल बाढ़ की तबाही का सामना करना पड़ता है. इनमें से एक हनुमान नगर (Hanuman Nagar) प्रखंड भी है.
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दो नदियों के बीच बसे इस प्रखंड के लोगों को हर साल बाढ़ का सामना करना पड़ता है. इस दौरान नाव के सहारे सैकड़ों लोगों की जिंदगी कटती है. हनुमान नगर के एक तरफ बागमती नदी (Bagmati River) तो दूसरी तरफ अधवारा समूह की नदी बहती है. बारिश के दिनों में दोनों नदियों के उफनाने पर प्रखंड के लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. इन दिनों बागमती और अधवारा समूह की नदियां उफनाई हुईं हैं. इसके चलते हनुमान नगर किसी टापू जैसा बन गया है. सड़क पर पानी भरा है. जरूरी सामान लाने के लिए यहां के लोग नाव से बाहर जाते हैं.
बागमती नदी के एक किनारे पर समस्तीपुर के तरफ बांध है. वहीं, दरभंगा जिला के हनुमान नगर प्रखंड की ओर से बांध नहीं है. इसके कारण जलस्तर में वृद्धि होने के साथ पानी पूरे प्रखंड क्षेत्र में फैल जाता है. निचले इलाके के गांव नरदरिया में सबसे पहले बाढ़ का पानी भरता है. बाढ़ पीड़ित राम अवतार पासवान ने कहा कि गांव की आबादी अधिक है. एक सरकारी नाव आई है, लेकिन इससे काम नहीं चलेगा. महेश्वर पासवान ने कहा कि हमलोगों का घर पानी में बह गया. खाने-पीने का कोई उपाये नहीं है.
बता दें कि दरभंगा के कई गांवों का प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. जिले के हायाघाट, हनुमान नगर, गौड़ाबौराम, घनश्यामपुर, कुशेश्वर स्थान पूर्वी और केवटी के 27 पंचायतें बाढ़ प्रभावित हैं. इनमें 8 पंचायत पूर्णतः और 19 पंचायत अंशतः प्रभावित हैं. कुल 79 गावों के 58 हजार लोग बाढ़ प्रभावित हैं. बाढ़ के खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ (NDRF) की टीम को तैनात किया गया है.
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