दरभंगाः जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों से पानी उतर रहा है. जहां-तहां शरण लिए लोग अब घर लौट रहे हैं. लेकिन जिंदगी को फिर से पटरी पर लाना इनके लिए बड़ी चुनौती है. बाढ़ में घरों का सामान बह गया. खेतों में लगे फसल बर्बाद हो गए. बाढ़ के पानी से सड़कें टूट गई हैं. जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं.
खाने के हैं लाले
मनियारी बस्ती के लोगों ने बताया कि बाढ़ का पानी घर के अंदर आ गया था. गांव के लोग बांध पर रह रहे थे. घरों में रखे अनाज बर्बाद हो गए. खेतों में लंबे समय तक पानी लगे रहने से फसल गल गई. अब घर लौटे हैं तो खाने को कुछ नहीं हैं. खेतों में पानी जमे होने से खेती नहीं हो पा रही है. दिहाड़ी मजदूरों को इलाके में काम नहीं मिल रहा है.
महामारी का खतरा
गांव में चारों ओर गंदगी पसरे होने से लोग बीमार पड़ रहे हैं. बुजुर्ग और बच्चे तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं. डॉक्टर और दवाइयों की कोई व्यवस्था नहीं है. इलाके में महामारी का खतरा है. बच्चों के स्कूल बंद पड़े हैं. राहत और बचाव कार्य के सरकारी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. बता दें कि जिले के 18 में से 14 प्रखंड बाढ़ की चपेट में थे. यहां लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित थे और 30 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो गई.