दरभंगाः अधिकारी कागजी कार्रवाई की दुहाई देते हैं, तो सचिव से जांच रिपोर्ट की बात करते हैं. कभी-कभी तो बच्चों का पेट पालने के लिए भीख मांगने की भी नौबत आ जाती है. चार साल से पेंशन की आस में भटक रही हनुमाननगर प्रखंड के पंचोभ वार्ड 10 की सरस्वती देवी की ये ही कहानी है.
चार साल पहले सरस्वती देवी के पति की कैंसर से मौत हो गई थी. घर में एक बूढ़ी सास और तीन बच्चें हैं और कोई कमाने वाला नहीं है. ऐसे में परिवार चलाना काफी मुश्किल हो रहा है. महिला का कहना है कि सरकार की विधवा पेंशन योजना का लाभ मिल जाता तो बच्चों को पालने में काफी मदद हो जाती. पेंशन के लिए प्रखंड मे आवेदन भी किये लेकिन वर्षो से सिर्फ इधर से उधर दौड़ाया जा रहा है.
मदद का आश्वासन
जब इसकी जानकारी हनुमाननगर के नए प्रखंड विकास पदाधिकारी सुधीर कुमार को मिली तो उन्होंने चुनाव के तुंरत बाद महिला के आवेदन की स्थिति की जांच कर पेंशन का लाभ दिए जाने की बात कही. पहले पंचायत सचिव से जांच रिपोर्ट मांग कर देखा जाएगी, फिर स्टेट्स देख कर पता लगेगा कि पीड़िता का आवेदन कहां रुका हुआ है और क्यों.