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जलजमाव से तालाब में तब्दील हुआ थाना, जान जोखिम में डाल काम कर रहे पुलिसकर्मी

गया के कुशेश्वरस्थान थाने में बाढ़ का पानी घुसने से थाना परिसर तालाब में तब्दील हो गया है. पुलिस कर्मियों के साथ ही फरियादियों को भी पानी से होकर आना-जाना पड़ रहा है. लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी पुलिस और प्रशासन नये थाने की जमीन नहीं चिन्हित कर पाया.

कुशेश्वरस्थान
कुशेश्वरस्थान
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Published : Sep 4, 2021, 4:41 PM IST

दरभंगा: बिहार के ज्यादातर इलाकों में बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति (Flood Situation) बनी हुई है. बाढ़ के कहर से लोग घर-बार छोड़कर ऊंचे स्थानों और राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं. वहीं, गया का कुशेश्वरस्थान थाना (Kusheshwarsthan Police Station) भी तालाब में तब्दील हो गया है. जहां तकरीबन तीन फीट पानी भरा है. जिससे पुलिस कर्मियों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो गयी है.

ये भी पढ़ें- बाढ़ से नुकसान का आकलन करने 6 सितंबर को बिहार आएगी केंद्र सरकार की टीम

पुलिस कर्मियों को फाइल और कागजात को सुरक्षित करना मुश्किल हो रहा है. पुलिस कर्मियों के साथ ही फरियादियों और मुजरिमों को भी पानी से होकर आना-जाना पड़ रहा है. इसके साथ ही जहरीले जीव-जन्तु का भी खतरा बना है.

देखें वीडियो

बता दें कि प्रत्येक वर्ष बारिश के मौसम में कुशेश्वरस्थान थाना परिसर और भवन का यही स्थिति रहती है और थाना भवन में बाढ़ का पानी घुस जाता है. जिसकी वजह से तीन-चार महीने तक थाने में तैनात पुलिस कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इस दौरान महत्वपूर्ण कागजात और फाइलें भीग कर खराब होने का खतरा बना रहता है. थाने में तैनात पुलिस कर्मियों की तरफ से बार-बार ध्यान दिलाए जाने के बावजूद बिहार पुलिस नया थाना भवन बनाने के लिए अब तक जगह सुनिश्चित नहीं कर पाई है. जिससे पुलिस कर्मियों के साथ ही यहां आने वाले फरियादियों के लिए भी खतरा बना हुआ है.

ये भी पढ़ें- न खाना बा... न पानी बा... न लकड़ी... जान बचा के बांध पर बस गईनी

थाने में तैनात पुलिस कर्मी राम प्रसाद पासवान ने बताया कि इसके पहले जुलाई महीने में बाढ़ का पानी थाना परिसर और भवन में घुस गया था. अभी वह पानी पूरी तरह निकला नहीं था. लेकिन तेज बारिश हो गई और नदी के बढ़ने से बाढ़ का पानी फिर से थाना भवन में घुस गया.

उन्होंने कहा कि करीब 3 फीट तक पानी थाना भवन में घुस चुका है. हम लोगों ने जरूरी फाइलों और दस्तावेजों को ऊंचे स्थान पर रखा है. बरामदे में जरूरी कामकाज निपटाया जाता है. गिरफ्तार कर लाए गए बंदियों को भी काफी परेशानी होती है.

दरभंगा: बिहार के ज्यादातर इलाकों में बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति (Flood Situation) बनी हुई है. बाढ़ के कहर से लोग घर-बार छोड़कर ऊंचे स्थानों और राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं. वहीं, गया का कुशेश्वरस्थान थाना (Kusheshwarsthan Police Station) भी तालाब में तब्दील हो गया है. जहां तकरीबन तीन फीट पानी भरा है. जिससे पुलिस कर्मियों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी हो गयी है.

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पुलिस कर्मियों को फाइल और कागजात को सुरक्षित करना मुश्किल हो रहा है. पुलिस कर्मियों के साथ ही फरियादियों और मुजरिमों को भी पानी से होकर आना-जाना पड़ रहा है. इसके साथ ही जहरीले जीव-जन्तु का भी खतरा बना है.

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बता दें कि प्रत्येक वर्ष बारिश के मौसम में कुशेश्वरस्थान थाना परिसर और भवन का यही स्थिति रहती है और थाना भवन में बाढ़ का पानी घुस जाता है. जिसकी वजह से तीन-चार महीने तक थाने में तैनात पुलिस कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

इस दौरान महत्वपूर्ण कागजात और फाइलें भीग कर खराब होने का खतरा बना रहता है. थाने में तैनात पुलिस कर्मियों की तरफ से बार-बार ध्यान दिलाए जाने के बावजूद बिहार पुलिस नया थाना भवन बनाने के लिए अब तक जगह सुनिश्चित नहीं कर पाई है. जिससे पुलिस कर्मियों के साथ ही यहां आने वाले फरियादियों के लिए भी खतरा बना हुआ है.

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थाने में तैनात पुलिस कर्मी राम प्रसाद पासवान ने बताया कि इसके पहले जुलाई महीने में बाढ़ का पानी थाना परिसर और भवन में घुस गया था. अभी वह पानी पूरी तरह निकला नहीं था. लेकिन तेज बारिश हो गई और नदी के बढ़ने से बाढ़ का पानी फिर से थाना भवन में घुस गया.

उन्होंने कहा कि करीब 3 फीट तक पानी थाना भवन में घुस चुका है. हम लोगों ने जरूरी फाइलों और दस्तावेजों को ऊंचे स्थान पर रखा है. बरामदे में जरूरी कामकाज निपटाया जाता है. गिरफ्तार कर लाए गए बंदियों को भी काफी परेशानी होती है.

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