दरभंगा: जिले के विशनपुर-अतरबेल सड़क पर बना अरई पुल बागमती नदी की बाढ़ में बह गया. इसकी वजह से एनएच 57 को जोड़ने वाली सड़क से समस्तीपुर, दरभंगा और सीतामढ़ी जिले के करीब 50 गांव के लाखों की आबादी का एक-दूसरे से सम्पर्क टूट गया है. पुल के बहने के बाद ग्रामीण अपनी जान पर खेल कर तेज बहाव में सड़क को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन सूचना के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी वहां नहीं पहुंचा. सड़क अब भी तेजी से कट रही है.
प्रशासन ने पीड़ितों को उनके हाल पर छोड़ा
स्थानीय लोग और गोताखोर टूटे पुल के पास 24 घंटे रह रहे हैं. लोगों ने बताया कि पुल के बहने के बाद सड़क बहुत खतरनाक ढ़ंग से तेजी से कट रही है. वे अपने स्तर से बांस-बल्ले लगाकर सड़क को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. लोगों ने सीमेंट के पोल रख कर पैदल आने-जाने का रास्ता बनाया है. उनका कहना है कि किसी के बीमार पड़ने पर यह काफी मददगार होगी. लोगों को इस बात को लेकर गुस्सा है कि सूचना के बाद भी प्रशासन के लोग उनका हाल जानने अभी तक नहीं पहुंचे हैं. सड़क को बचाने का कोई प्रयास जिला प्रशासन नहीं कर रहा है.
तीन महीने पहले 38 लाख की लागत से बना था पुल
बता दें कि यह पुल महज तीन महीने पहले 38 लाख की लागत से बन कर तैयार हुआ था. लगातार छह दिन तक बारिश होने की वजह से बागमती नदी में जब बाढ़ आयी तो यह पानी का दबाव बर्दास्त नहीं कर सका और उसके तेज बहाव में बह गया.