दरभंगा: जिले में एक महिला कांस्टेबल ने मिथिला क्षेत्र के आईजी कार्यालय के रीडर सब इंस्पेक्टर शुभकरण ओझा के खिलाफ अश्लील चैट करने, अश्लील कॉल करने और यौन शोषण का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए आईजी और एसएसपी से लिखित शिकायत की है. महिला कांस्टेबल ने सबूत के तौर पर अश्लील चैट का स्क्रीन शॉट, कुछ फोटो और कॉल रिकॉर्डिंग भी पेश की है.
इस आरोप के बाद दरभंगा पुलिस में हड़कंप मच गया है. एसएसपी बाबू राम ने जांच के लिए एक कमेटी बना दी है और मामले की जांच भी शुरू हो गई है. हालांकि महिला कांस्टेबल ने जांच के नाम पर मामले की लीपापोती का आरोप लगाया है. पीड़ित महिला कांस्टेबल ने बताया कि उसने विभाग के एक सहकर्मी को कुछ रुपये कर्ज के तौर पर दिए थे. जब काफी दिनों बाद उसने पैसे वापस नहीं किए तो उसने आईजी ऑफिस के रीडर एसआई शुभकरण ओझा से सहकर्मी पर दबाव डाल कर उसके पैसे वापस कराने का आग्रह किया. रीडर ने उसकी मदद कर पैसे वापस दिलवा तो दिए लेकिन बदले में उससे नजदीकी बढ़ा कर अश्लील हरकत करने लगा.
जांच के नाम पर लीपापोती का आरोप
शुभकरण ओझा महिला कांस्टेबल के साथ वाट्सएप पर अश्लील चैट करने लगा और कॉल कर गंदी-गंदी बातें करने लगा. रीडर ने महिला कांस्टेबल के साथ यौन शोषण करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया और ऐसा नहीं करने पर सस्पेंड और बर्खास्त कराने की धमकी भी देने लगा. इतना ही नहीं रीडर अपने सहकर्मी के साथ मिल कर उसे तरह-तरह की धमकियां दिलवाने लगा. महिला कांस्टेबल ने कहा कि उसने पूरे सबूत के साथ मामले की शिकायत आईजी और एसएसपी से की है. लेकिन उसके बाद उस पर उल्टा दबाव बनाया जा रहा है और जांच के नाम पर लीपापोती हो रही है.
किया गया जांच कमेटी का गठन
वहीं मामले में एसएसपी बाबूराम ने कहा कि महिला कांस्टेबल की शिकायत पर मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है. उन्होंने कहा कि महिला कांस्टेबल को पूरी सुरक्षा दी जा रही है. उसे जांच कमेटी के सामने बिना भय के अपना पक्ष रखने को कहा गया है. एसएसपी ने कहा कि मामले की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.