दरभंगा : जिले में बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार और सहायक अभियंता अनिल कुमार जायसवाल को घूस लेते विजिलेंस डिपार्टमेंट की टीम ने पकड़ा है. दोनों को एक-एक लाख रुपए की रिश्वत लेते बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की 11 सदस्यीय टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया. दोनों आरोपी को निगरानी की टीम अपने साथ पटना ले गई है. जहां शुक्रवार को पटना हाई कोर्ट में उपस्थित करवाया जाएगा.
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दो घूसखोर इंजीनियर रंगे हाथ गिरफ्तार: वहीं, विजिलेंस विभाग के डीएसपी अनुरोध पांडेय ने बताया कि आवेदक राजेश कुमार जो संस्कृत विश्वविद्यालय एवं छात्रावास के भवन का मरम्मत कार्य करवाया था. मरम्मति कार्य पूरा होने के बाद विपत्र का भुगतान के लिए बार-बार अनुरोध कर रहे थे. लेकिन कार्यपालक अभियंता और सहायक अभियंता के द्वारा भुगतान के एवज में एक-एक लाख रुपए की मांग कर रहे थे. संवेदक का आरोप था कि काम के बदले भुगतान के एवज में इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थ थे. संवेदक के द्वारा विजिलेंस विभाग को शिकायत किया गया था.
'एक-एक लाख की मांगी थी घूस': वहीं डीएसपी अनुरोध पांडेय ने बताया कि मामले की तहकीकात करने के बाद गुरुवार को संवेदक के द्वारा भुगतान के एवज में दो लाख रुपए देने के बाद रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. डीएसपी ने बताया कि संवेदक के आवेदन पर पटना स्थित विजिलेंस थाना कांड संख्या 18/23 जो 19 अप्रैल को दर्ज किया गया. मामला दर्ज करने के बाद दरभंगा आकर रुपया लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार अभियंताओं के घर सहित परिजनों के ठिकानों पर भी छापेमारी की जाएगी. सर्विस के दौरान इनके द्वारा अर्जित संपत्ति की भी जांच की जाएगी.
''कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार और सहायक अभियंता अनिल कुमार जायसवाल को 1-1 लाख रुपए की घूस लेते गिरफ्तार किया गया है. ये मरम्मती कार्य के लिए शिकायतकर्ता से रुपए के भुगतान के एवज में घूस मांग रहे थे. शिकायत के बाद जांच की गई जिसमें मामला सत्य पाया गया. दोनों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है''- अनुरोध पांडेय, डीएसपी, निगरानी विभाग