दरभंगा: जिले के ललित नारायण मिथिला विवि में अर्थक्वेक अर्ली वार्निंग सिस्नोग्राफी सेंटर की स्थापना की जा रही है. इससे भूकंप आने के पहले लोगों को चेतावनी मिल जाएगी और बड़ी तबाही से बचा जा सकेगा. यूजीसी की इस योजना को आईआईटी धनबाद के तकनीकी सहयोग की मदद से पूरा किया जाएगा.
भूकंप आने के पहले मिलेगी चेतावनी
विवि अभियंता सोहन चौधरी ने बताया कि आईआईटी धनबाद की टीम ने विवि पहुंचकर स्थान का जाजया लिया था. इस सिस्टम को विवि के नरगौना परिसर स्थित भूगोल विभाग में लगाया जाएगा. इसके अलावा जयनगर और आरके कॉलेज मधुबनी में भी ये सिस्टम लगाया जाएगा. दरभंगा खतरनाक भूकंप जोन में आता है. इसका लाभ यह होगा कि भूकंप आने के कुछ पहले लोगों को चेतावनी मिल जाएगी, जिससे बड़ी तबाही से बचा जा सकेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन महीनों में यह सिस्टम लग जाएगा. इसके साथ ही विवि को इसके मेंटेनेंस के लिये एक हजार रुपये सालाना खर्च करने होंगे.
कुछ साल पहले भूकंप से हुई थी तबाही
यह अलार्म सिस्टम भारत-इजरायल तकनीकी और वैज्ञानिक सहयोग के तहत देश के चुनिंदा शैक्षणिक संस्थानों में लगाया जा रहा है. आपकों बता दें कि दरभंगा में भूकंप के चलते बहुत नुकसान होता है. कुछ साल पहले जब नेपाल में बड़ी तीव्रता का भूकंप आया था. तब दरभंगा में भी बड़ी तबाही हुई थी. जिसमें दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी. साथ ही बड़ी संख्या में मकान भी ध्वस्त हो गए थे.