दरभंगा: देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक मानस बिहारी वर्मा के निधन पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन द्वारा गहरा शोक व्यक्त किया गया है. जिलाधिकारी ने कहा कि उनका निधन एक दुखद घटना है. इससे दरभंगा के साथ-साथ पूरे भारतवर्ष को अपूरणीय क्षति हुई है. वहीं, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से जिला प्रशासन, दरभंगा (एसडीएम ब्रजकिशोर लाल) द्वारा दिवंगत वर्मा के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाएगी.
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वर्ष 2018 में पद्मश्री सम्मान से किया गया था सम्मानित
भारत के महान वैज्ञानिक दिवंगत मानस बिहारी वर्मा का जन्म दरभंगा जिला के घनश्यामपुर प्रखंड के बाउर ग्राम में हुआ था. उनकी स्कूली शिक्षा मधेपुर के जवाहर हाई स्कूल से हुई थी. जिसके बाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना और कोलकाता विश्वविद्यालय में उन्होंने पढ़ाई की. वे 35 वर्षों तक (डीआरडीओ) डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन में कार्य कर चुके हैं, तेजस फाइटर जेट विमान बनाने वाले टीम में बतौर फॉर्मर प्रोग्राम डायरेक्टर के रूप में कार्य कर चुके हैं और वर्ष 2018 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.
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पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ किया था काम
डॉ. मानस बिहारी वर्मा पूर्व राष्ट्रपति और मशहूर वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के लिए खास थे. वर्ष 1986 में तेजस फाइटर जेट विमान बनाने के लिए बनी टीम में भी उन्हें शामिल किया गया था. इस टीम में मैनेजमेंट प्रोग्राम डायरेक्टर के रूप में उन्होंने अपना योगदान दिया. डीआरडीओ से जुलाई 2005 में रिटायर होने के बाद वे दरभंगा पहुंच गये. रिटायरमेंट के बाद वे बच्चों को विज्ञान और कंप्यूटर की शिक्षा देने लगे. डॉ. मानस वर्मा को कई सम्मान से भी सम्मानित किया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने डॉ. मानस बिहारी वर्मा को साइंटिस्ट ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.