दरभंगा: बिहार के दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है. एम्स के निर्माण को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार 500 करोड़ दे रही, जबकि हमारा सिर्फ जमीन देने में 3 हजार करोड़ रुपया लग रहा है. इसके बाद भी नाम मोदी और भारत सरकार का होगा. पैसा ज्यादा हमारा लग रहा है और प्रचार मोदी का होगा.
दरभंगा एम्स पर तेजस्वी का खुलासा : दरअसल, नोनिया समाज महासम्मेलन में भाग लेने पहुंचे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए एम्स निर्माण को लेकर ये बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एम्स को लेकर भाजपा वाले कह रहे थे कि दरभंगा एम्स डीएमसीएच परिसर में बने, लेकिन हमलोग ने इस स्थल के बदले शोभन बाइपास में एम्स निर्माण के लिए जमीन दिया. ताकि दरभंगा का चौमुखी विकास हो सके.
"एम्स बनाने के लिए केंद्र की सरकार सिर्फ 500 करोड़ देगी और हमारा सिर्फ जमीन देने में 3 हजार करोड़ लग रहा है. इसके बाद भी नाम मोदी और भारत सरकार का होगा." - तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री
डीएमसीएच का अस्तित्व हो जाएगा खत्म: उन्होंने कहा कि अगर डीएमसीएच परिसर में एम्स का निर्माण होता तो डीएमसीएच का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा. इसलिए हमलोग ने निर्णय लिया की दरभंगा में एम्स और डीएमसीएच दोनों अस्पताल का अस्तित्व बना रहे. इसके लिए हमलोगों ने शोभन बाइपास में दरभंगा एम्स निर्माण के लिए जमीन दिया. लेकिन केंद्र की सरकार उस जमीन को उपयुक्त नहीं बताकर रिजेक्ट कर रही है.
शोभन एम्स निर्माण के लिए सबसे उपयुक्त जगह: उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने स्वयं शोभन स्थित एम्स निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थल का मुयायना कर चुके है. उन्होंने कहा है कि दरभंगा एम्स निर्माण के लिए यह जगह बहुत ही उपयुक्त है. क्योंकि यहां से एयरपोर्ट और एनएच पास से गुजरता है. जिससे उतर बिहार के सभी लोगों का फायदा होगा. साथ ही शोभन इलाका का भी विकास होगा. भाजपा वाला सिर्फ नकारात्मक राजनीति कर रही है.
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