दरभंगा: राज परिवार की बड़ी पुत्रवधु और बड़े राजकुमार स्व. जीवेश्वर सिंह की पत्नी राजकिशोरी मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गईं. उनका अंतिम संस्कार राज परिवार के श्मशान माधवेश्वर परिसर (श्यामा मंदिर परिसर के नाम से विख्यात) में उनके पति की समाधि के बगल में विधि-विधानपूर्वक किया गया. उन्हें मुखाग्नि आखिरी समय तक उनके सेवक रहे महेश नारायण झा ने दी.
85 साल की आयु में निधन
राजकिशोरी का कोई पुत्र नहीं था. उनकी दो पुत्रियां हैं. राजकिशोरी का निधन सोमवार को 85 साल की आयु में उनके निवास स्थान लहेरियासराय में हो गया था. मुखाग्नि देने वाले महेश नारायण झा ने बताया कि वे बचपन से ही उनके साथ रहे थे और उनकी सेवा की थी. राजकिशोरी के चले जाने से उनकी जिंदगी में एक खालीपन आ गया है. वे उनकी मलकीन थीं. उन्होंने कहा कि उनका जीवन सादा था. महेश नारायण ने कहा कि वर्तमान में मौजूद आखिरी महारानी की इच्छा थी कि राजकिशोरी का अंतिम संस्कार राज परिवार के श्मशान परिसर में उनके पति की समाधि के बगल में हो. इसलिए इसी जगह पर उनका दाह संस्कार किया जा रहा है.