दरभंगा: बागमती नदी शहर के भीतर से बहती है. इस नदी को यहां गंगा जैसी पवित्र माना जाता है. इसके तट पर बड़ी संख्या में हर साल छठव्रती पहुंचती हैं. इस साल ज्यादा बारिश होने की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया है. छठ महापर्व की सुरक्षा को लेकर डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने छठ घाटों का निरीक्षण किया.
सुरक्षा का रखा जा रहा विशेष ध्यान
स्थानीय लोगों ने बताया कि घाटों की सफाई नगर निगम ने की है. इसके साथ ही स्थानीय लोगों ने भी सफाईकर्मियों का हाथ बंटाया है. छठ घाटों पर टेंट और रोशनी की भी व्यवस्था की गई है. घाटों पर दलदल होने और नदी में पानी ज्यादा होने की वजह से घाट खतरनाक हो गए हैं. सुरक्षा के लिहाज से घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है. इसके अलावा लोगों की सुरक्षा में स्थानीय मल्लाह भी नावों के साथ तैनात किए गए हैं.
बागमती पर होती है छठ व्रतियों की भारी भीड़
वहीं, मौके पर डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि शहर में 85 छठ घाट हैं. जिनमें से करीब 15 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है. घाटों पर सुरक्षा के लिए घाटों पर लाल फीता बांध कर खतरे का निशान बनाया जा रहा है. बता दें कि हर साल बागमती के किनारे शहर के छठ व्रतियों की भारी भीड़ लगती है. इस वजह से प्रशासन की ओर से चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. साथ ही जिलाधिकारी ने लोगों से बच्चों को नदी-तालाब के किनारे ले जाने से बचने की भी अपील की है.