दरभंगा: दरभंगा ब्लास्ट (Darbhanga Blast) मामले में पार्सल भेजने वाले की पहचान होने की दिशा में बड़ी सफलता मिली है. तमिलनाडु एटीएस (ATS) ने कपड़े का कंसाइनमेंट भेजने वाले संदिग्ध का स्केच बनवाया है. इसके आधार पर संदिग्ध की पहचान की जाएगी. दरभंगा ब्लास्ट का तार कटिहार से भी जुड़ा है. बिहार ATS की टीम कटिहार पहुंची है. तमिलनाडु एटीएस भी मामले की अपने स्तर से जांच कर रही है.
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पार्सल भेजने वाले व्यक्ति का स्केच तैयार कर अपने स्तर से जांच में जुटी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु पुलिस ने कंसाइनमेंट भेजने वाले व्यक्ति का स्केच तैयार करने के बाद स्केच बिहार पुलिस से साझा किया है. इसके आधार पर बिहार एटीएस काम कर रही है.
बिहार एटीएस ने दरभंगा पुलिस से वैसे व्यक्तियों की लिस्ट मांगी है जो 2001 से अब तक संदिग्ध के रूप में पकड़े गए हैं. एटीएस उनसे स्केच का मिलान करेगी. बिहार एटीएस की टीम कटिहार पहुंचकर दरभंगा मामले में जुड़े तार की जांच करने में जुटी है. इस मामले में तमिलनाडु एटीएस और बिहार एटीएस संयुक्त रूप से काम कर रही है.
ट्रायल के रूप में देखा जा रहा मामला
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यह कोई छोटा मामला नहीं है. यह ट्रायल के रूप में देखा जा रहा था. इसके बाद किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी. आतंकियों द्वारा दरभंगा सहित बिहार के कई स्टेशनों को उड़ाने की धमकी मिल रही थी. इसे भी उससे जोड़कर बिहार एटीएस देख रही है. हालांकि इस मामले में पुलिस मुख्यालय कुछ भी कहने से बच रही है.
दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुआ था धमाका
गुरुवार को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर धमाका हुआ था. विस्फोट के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई थी. कपड़े के एक बंडल में विस्फोट हुआ था. जिस कपड़े के बंडल में विस्फोट हुआ था, वह सिकंदराबाद-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन से दरभंगा के लिए बुक किया गया था.
सिकंदराबाद से दरभंगा के मो. सुफियान नामक शख्स के लिए यह पार्सल बुक कराया गया था. ट्रेन प्लेटफार्म संख्या 4 पर आई थी और वहां से कुली बंडल को उतारकर प्लेटफार्म नंबर 1 पर बने ओवर ब्रिज के पास लेकर आया था. जैसे ही कुली ने बंडल को जमीन पर रखा, इसमें विस्फोट हो गया.
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