दरभंगाः नगर थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार में 9 दिसंबर को हुई सोने लूट कांड में दरभंगा पुलिस और एसटीएफ ने समस्तीपुर और बेगूसराय जिला में छापेमारी कर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने डेढ़ किलो सोना, 30 लाख 89 हजार रुपया सहित 72 हीरे को बरामद किया है. पुलिस ने अभी तक सोना लूटकांड में 19 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं अन्य आरोपियों और सोने की बरामदगी के लिए पुलिस और एसटीएफ लगातार छापेमारी कर रही है.
75 पीस हीरे की बरामदगी
घटना के मुख्य आरोपी विकास झा सहित कई लोग पहले से ही जेल भेजे जा चुके हैं. विकास झा के निशानदेही पर कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए इस कांड के मुख्य रिसीवर तरुण साह को गिरफ्तार किया गया है. उसके घर से 72 पीस हीरे की बरामदगी की गई है. पुलिस का कहना है कि तरुण साह सोने लूट की घटना की योजना बनाने में शामिल था. 6 दिसंबर को इस घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी इकट्ठे हुए थे. लेकिन 6 तारीख को इस घटना को अंजाम नहीं दे सके तो 9 तारीख को घटना को अंजाम दिया.
सोने की बरामदगी के लिए छापेमारी
पुलिस का कहना है कि तरुण साह के घर पर लूटे गए सोने का बंटवारा किया गया था. कई अपराधियों के हिस्से का सोना तरुण साह ने बेगूसराय के एक ज्वेलर्स के यहां 45 लाख रुपया में बेचा था. बेगूसराय में की गई छापेमारी में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 400 ग्राम पिघलाया हुआ सोना बरामद हुआ है. इसके अलावा समस्तीपुर जिले के मनोज राय, लक्ष्मण राय की अग्रिम भूमिका का पता चला है. वही प्रिंस और मनोज राय के घर से सोना बेच कर मिली नगदी भी बरामद की गई है. इनके परिजनों को लूट का माल छुपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा दलसिंहसराय के एक सोनार के यहां 60 ग्राम सोना बरामद हुआ है. बाकी सोने की बरामदगी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
कैसे हुई थी घटना?
बता दें कि 9 दिसंबर को दरभंगा के नगर थाना क्षेत्र से महज 600 मीटर की दूरी पर स्थित अलंकार ज्वलर्स में 8 से 10 की संख्या में पहुंचे नकाबपोश अपराधियों ने दुकान से 10 करोड़ का सोना लूट लिया था. घटना को अंदाम देने के बाद बदमाश फायरिंग करते हुए आराम से फरार हो गए थे. बदमाशों ने करीब 25 राउंड गोली चलाई थी.जिले के अलंकार ज्वेलरी शॉप में हुए लूटकांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. जिसमें साफ देखा गया कि अपराधी बेखौफ होकर दुकान में घुसते हैं और हथियार के बल पर दुकानदार और स्टॉफ को बंधक बनाते हैं. उसके बाद लूटपाट कर आराम से निकल जाते हैं.