दरभंगा : बिहार के दरभंगा में स्कूल में शिक्षक की पिटाई का मामला सामने आया है. दरअसल, बच्चों को स्कूल यूनिफार्म पहनकर आने के लिए कहना एक शिक्षक को महंगा पड़ गया. ड्रेस पहनाकर बच्चों को भेजने की बात कुछ अभिभावकों को इतनी नागवार गुजरी कि स्कूल पहुंचकर ऐसा निर्देश देने वाले शिक्षक से ही भीड़ गए. यह मामला सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के बिरदीपुर मध्य विद्यालय का है.
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ड्रेस पहनने की चेतावनी देना पड़ा महंगा : बताया जाता है कि मंगलवार को शिक्षा विभाग के मुख्य अपर सचिव केके पाठक ने आदेश दिया था कि ड्रेस कोड का बच्चों को अनुपालन करना है. यह चेतावनी देना शिक्षक को मंहगा पड़ गया. आक्रोशित अभिवावकों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया. साथ ही मारपीट भी की. इसमें सहायक शिक्षक गुलाब हसन के दायें हाथ की अंगुली फ्रेक्चर हो गई. शिक्षक ने आरोप लगाया है कि इस दौरान कार्यालय में रखे पंजी को भी क्षतिग्रस्त कर सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन्न किया गया है.
शिक्षक ने पांच लोगों पर दर्ज कराई प्राथमिकी : मारपीट के बाद जख्मी शिक्षक ने सिमरी थाना में पांच लोगों पर दर्ज प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसमें बिरदीपुर निवासी महताब आलम, मो.फैजी, मो.सैफी उर्फ खालीद, मो.आफान व मो.रहमानी को आरोपी बनाया है. प्राथमिकी में बताया गया है कि ड्रेस कोड का पालन कुछ बच्चों ने नहीं किया था. इस पर शिक्षक ने चेतावनी देकर अपने अभिवावक को स्कूल साथ लेकर आने की बात कही और पांच से सात बच्चों को क्लास रूम से बाहर निकाल दिया.
स्कूल में घुसकर शिक्षक को पीटा : शिक्षक ने बताया कि इसके बाद आधा दर्जन से अधिक परिजन स्कूल परिसर में पहुंचकर हंगामा और गाली-गलौज करने लगे. साथ ही वर्ग कक्ष में घुसकर शिक्षक को घसीट कर आरोपी महताब आलम ने कालर पकड़ कर मारपीट करने लगे. शिक्षक की जेब से तीन सौ रुपया छीन कर शर्ट को फाड़ दिया है और कहने लगे कि तुम कौन होता है मेरी बेटी को स्कूल ड्रेस पहन कर आने की हिदायत देने वाला.
"केके पाठक के निर्देश की जानकारी देने और बच्चों को ड्रेस पहने की हिदायत देने पर स्कूल में घुसकर एक अभिभावक ने वर्ग कक्ष में रखी पंजी को फाड़ दिया. साथ ही सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने लगा और कहा कि मैं कोई आदेश नहीं मानता. इसके बाद मेरे साथ मारपीट करने लगा और प्रतिमाह रंगदारी देने की मांग की."- गुलाब हसन, पीड़ित शिक्षक