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कोरोना का खौफ: 20 घंटे तक घर में पड़ा रहा शव, मदद के लिए कराहती रही पत्नी और बेटियां - दरभंगा कोरोना से मौत

दरभंगा में कोरोना से मृत व्यक्ति का शव 20 घंटे तक घर में पड़ा रहा. मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां ही थीं. जिसके बाद कबीर सेवा संस्थान ने शव का अंतिम संस्कार किया.

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Published : Apr 24, 2021, 7:38 PM IST

Updated : Apr 24, 2021, 8:01 PM IST

दरभंगा: जिले में कोरोना ने भयावह रूप ले लिया है. यहां हर दिन मौतों की संख्या में इजाफा हो रहा है. मृतकों के रिश्तेदार शव को छूने से परहेज कर रहे हैं. इस वजह से शवों के अंतिम संस्कार में काफी दिक्कत आ रही है. शनिवार को शहर में कोरोना से मृत एक 45 वर्षीय व्यक्ति का शव 20 घंटे बाद उसके घर से उठाया जा सका. कबीर सेवा संस्थान के सदस्यों ने इस शव का अंतिम संस्कार किया.

ये भी पढ़ें: मुफ्त में भाप लीजिए ...कोरोना काल में गजब इनोवेशन, कुकर-स्टोव और पाइप से बनाया स्टीम पार्लर

शुक्रवार को हुई थी मौत
कबीर सेवा संस्थान के एक सदस्य नवीन सिन्हा ने बताया कि कोरोना से एक व्यक्ति की मौत शुक्रवार की रात हो गई थी. मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां ही थीं. शव भारी था और दो मंजिले मकान के कमरे में पड़ा था.

"मृतक की पत्नी और बेटियां बिलखते हुए लगातार लोगों और जिला प्रशासन से शव उठाने की गुहार लगा रही थीं. लेकिन शव को उठाने में उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. शुक्रवार की रात और शनिवार को दिन भर शव घर में ही पड़ा रहा. आखिरकार डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा के आदेश पर एक स्वास्थ्य कर्मी मृतक के घर पहुंचा और उसने शव को सेनिटाइज किया"- नवीन सिन्हा, सदस्य, कबीर सेवा संस्थान

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संस्था के सदस्यों से बात करता पीड़ित परिवार.

ये भी पढ़ें: बोले मंत्री आर के सिंह- डॉक्टर से मारपीट करने वाले जाएंगे जेल, वहां भी होगी पिटाई

कबीर सेवा संस्थान ने किया अंतिम संस्कार
नवीन सिन्हा ने कहा कि शनिवार को शाम 5 बजे के बाद शव को कबीर सेवा संस्थान के लोग मकान मालिक और एकमात्र रिश्तेदार के सहयोग से दो मंजिले मकान के कमरे से उतार कर अंतिम संस्कार के लिए ले गए. उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना से हो रही मौतों के बीच मानवता को मरने न दें.

दरभंगा: जिले में कोरोना ने भयावह रूप ले लिया है. यहां हर दिन मौतों की संख्या में इजाफा हो रहा है. मृतकों के रिश्तेदार शव को छूने से परहेज कर रहे हैं. इस वजह से शवों के अंतिम संस्कार में काफी दिक्कत आ रही है. शनिवार को शहर में कोरोना से मृत एक 45 वर्षीय व्यक्ति का शव 20 घंटे बाद उसके घर से उठाया जा सका. कबीर सेवा संस्थान के सदस्यों ने इस शव का अंतिम संस्कार किया.

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शुक्रवार को हुई थी मौत
कबीर सेवा संस्थान के एक सदस्य नवीन सिन्हा ने बताया कि कोरोना से एक व्यक्ति की मौत शुक्रवार की रात हो गई थी. मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां ही थीं. शव भारी था और दो मंजिले मकान के कमरे में पड़ा था.

"मृतक की पत्नी और बेटियां बिलखते हुए लगातार लोगों और जिला प्रशासन से शव उठाने की गुहार लगा रही थीं. लेकिन शव को उठाने में उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. शुक्रवार की रात और शनिवार को दिन भर शव घर में ही पड़ा रहा. आखिरकार डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा के आदेश पर एक स्वास्थ्य कर्मी मृतक के घर पहुंचा और उसने शव को सेनिटाइज किया"- नवीन सिन्हा, सदस्य, कबीर सेवा संस्थान

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संस्था के सदस्यों से बात करता पीड़ित परिवार.

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कबीर सेवा संस्थान ने किया अंतिम संस्कार
नवीन सिन्हा ने कहा कि शनिवार को शाम 5 बजे के बाद शव को कबीर सेवा संस्थान के लोग मकान मालिक और एकमात्र रिश्तेदार के सहयोग से दो मंजिले मकान के कमरे से उतार कर अंतिम संस्कार के लिए ले गए. उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना से हो रही मौतों के बीच मानवता को मरने न दें.

Last Updated : Apr 24, 2021, 8:01 PM IST
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