दरभंगा: बिहार सरकार के नगर विकास विभाग ने शहर को साफ-सुथरा रखने और कचरे से कंपोस्ट उत्पादन की योजना बनाई गई थी. इसके तहत नगर निगम को हर घर में दो कूड़ेदान देने थे. जिनमें गीला और सूखा कचरा इकट्ठा कर उससे कंपोस्ट बनना था.
इसके लिए नगर निगम के टाउन हॉल परिसर में 30 अगस्त 2019 को कचरा प्रसंस्करण केंद्र का उद्घाटन भी हुआ था. लेकिन करीब 6 महीने बीत जाने के बाद भी सभी घरों तक कूड़ेदान नहीं पहुंचे. इसकी वजह से घरों से कचरे का उठाव नहीं शुरू हुआ और न ही प्रसंस्करण केंद्र तक कचरा पहुंच सका. जिसकी वजह से जिले के कई इलाके गंदगी से पटे रहते हैं.
थ्रेडिंग मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू
दरभंगा नगर निगम के आयुक्त घनश्याम मीणा ने बताया कि कुल एक लाख 20 हजार कूड़ेदान खरीदे गए थे. इनमें से 1 लाख 3 हजार 774 का वितरण हो चुका है. जल्द ही शेष घरों में भी कूड़ेदान पहुंच जाएंगे. उन्होंने कहा कि कचरा प्रसंस्करण केंद्र में थ्रेडिंग मशीन लगनी है. उसकी खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मशीन आने के बाद कंपोस्ट उत्पादन शुरू हो जाएगा.
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निगम में कुल 48 वार्ड
बता दें कि दरभंगा बिहार के पांच बड़े शहरों में आता है. दरभंगा नगर निगम में कुल 48 वार्ड हैं. जिले की आबादी 3 लाख से ज्यादा है. उत्तर बिहार का मेडिकल और एजुकेशन हब होने की वजह से इस जिले में हर दिन हजारों लोग आते हैं. इसकी वजह से ज्यादा कचरा फैलता है. घर-घर से कचरा इकट्ठा कर उससे कंपोस्ट बनाने की योजना से लोगों को शहर साफ-सुथरा होने की उम्मीद जगी थी. लेकिन नगर निगम की सुस्ती की वजह से यह योजना धरातल पर अब तक नहीं उतर सकी है.