दरभंगा: बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कोविड-19 को लेकर ऑनलाइन बैठक की. बैठक में उन्होंने प्रधान सचिव, स्वास्थ्य को कहा कि कोरोना की जांच रिपोर्ट में 24 घंटे से ज्यादा समय नहीं लगना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैसे जिले, जिनका पॉजिटिविटी रेट अधिक है, वहां आरटीपीसीआर जांच की दर बढ़ायी जाए.
तीन गुणा करायी जाये जांच
मुख्य सचिव ने कहा कि अभी जितना लक्ष्य दिया गया है, उसका तीन गुणा जांच करायी जाए. उसी लक्ष्य के अनुसार तीन गुणा सेंपल भी कलेक्शन किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी संबंधित डीएम प्रखण्डवार लक्ष्य निर्धारित करें. हर दो दिन के बाद एक दिन आर.टी.पी.सी.आर जांच के लिए सैंपल कलेक्ट किया जाए.
सभी घरों में की जाये जांच
दीपक कुमार ने कहा कि 7 दिनों में कंटेनमेंट जोन के अन्दर पड़ने वाले सभी घरों का शत्-प्रतिशत् जांच करा ली जाए. जो वनरेबल ग्रुप के लोग हैं, उनके यहां स्वास्थ्य कर्मी का प्रतिदिन भ्रमण होना चाहिए. मुख्य सचिव ने प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग को इस आदेश को सभी जिलों में शीघ्र लागू कराने का निर्देश दिया.
किट्स की नहीं है कमी
प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि वर्तमान में प्रतिदिन 4 हजार आर.टी.पी.सी.आर और 4400 ट्रूनेट जांच कराई जा रही है. रेपिड एंटीजन टेस्ट के लिए किट्स की कोई कमी नहीं है. प्रतिदिन 15 से 20 हजार कोविड-19 की जांच कराई जा रही है. बड़े जिलों में आर.टी.पी.सी.आर की जांच बढ़ा दी जाएगी.
कई अधिकारी रहे मौजूद
ऑनलाइन बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, दरभंगा प्रमंडल आयुक्त मयंक बरवड़े, स्वास्थ्य विभाग सचिव लोकेश कुमार सिंह, मिथिला प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार, डीएम डॉ. त्यागराजन आदि उपस्थित रहे.