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श्यामा मंदिर तालाब में पहली बार नौका विहार की सुविधा, दूर-दूर से आ रहे पर्यटक

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Published : Feb 20, 2021, 6:45 PM IST

Updated : Feb 20, 2021, 6:51 PM IST

दरभंगा के श्यामा मंदिर के तालाब में पहली बार नौका विहार की सुविधा की शुरुआत की गई है. कंपनी की ओर से तालाब में 5 पैडल बोट तालाब में डाले गए हैं. एक बोट में 4 व्यक्तियों की बैठने की क्षमता है

नौका विहार की सुविधा
नौका विहार की सुविधा

दरभंगा: जिले में पहली बार राज दरभंगा के विश्व विख्यात श्यामा मंदिर परिसर के तालाब में वोटिंग की शुरुआत की गई है. इससे लोगों में काफी खुशी का माहौल है. दूर-दूर से जो भक्त मां श्यामा के दर्शन करने आ रहे हैं वे तालाब में नौका विहार का लुत्फ उठाने को बेकरार रहते हैं. कंपनी की ओर से तालाब में 5 पैडल बोट तालाब में डाले गए हैं. एक बोट में 4 व्यक्तियों की बैठने की क्षमता है और प्रति व्यक्ति आधे घंटे के लिए 50 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है. यहां आने वाले लोगों ने शहर के बड़े तालाबों में स्पीड बोट और मोटर बोटिंग की शुरुआत करने की भी मांग की है.

ये भी पढ़ें- बिहार बजट: सीतामढ़ी के किसानों को उम्मीद, केसीसी कार्ड बनवाने में मिले सहूलियत

श्यामा मंदिर में नौका विहार
पर्यटकों ने कहा कि वह पहली बार श्यामा मंदिर में नौका विहार देख रहे हैं. उन्हें यह देखकर बेहद खुशी हो रही है कि यहां बोटिंग की भी व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि इसे बड़े स्तर पर शुरू किया जाना चाहिए और तालाबों की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. साथ ही कहा कि आम तौर पर बिहार में तालाबों में बोटिंग की सुविधा नहीं होती है. जिसकी कमी बाहर से आने वाले लोग महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि श्यामा मंदिर में यह अच्छी शुरुआत की गई है और दूसरे तालाबों में भी अब इसकी शुरुआत होनी चाहिए.

ईटीवी बारत की रिपोर्ट

वोट पर 4 लोगों के बैठने की क्षमता
वहीं, बोटिंग कंपनी के संचालक वरुण कुमार ने कहा कि उन्होंने तालाब में 5 पैनल बोट डाले हैं. हर वोट पर 4 लोगों के बैठने की क्षमता है और उन से आधे घंटे के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये शुल्क के तौर पर लिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे से सूर्यास्त के पहले तक इसका संचालन हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां सुरक्षा की सभी जरूरी व्यवस्था की गई है. 10 साल के नीचे के बच्चों और बुजुर्गों को नाव पर चढ़ने की मनाही है. उन्होंने कहा कि वे लाइफ जैकेट पहनाकर लोगों को नौका विहार करवाते हैं.

मंदिर के तालाब में बोटिंग की शुरुआत
बोटिंग कंपनी के प्रबंधक दीपक महासेठ में कहा कि श्यामा मंदिर के तालाब में वोटिंग की शुरुआत से न सिर्फ यहां के आम लोग बल्कि जिला प्रशासन और जुडिशियल अधिकारी भी काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि दरभंगा न्यायालय के जज साहब ने भी इसकी तारीफ की है. वहीं, मां श्यामा न्यास समिति के प्रबंधक चौधरी हेमचंद्र राय ने कहा कि नौका विहार संचालित करने वाली कंपनी से प्रति माह 5 हजार शुल्क के तौर पर लिए जा रहे हैं. इसके अलावा शर्तों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था, यहां गोताखोरों की तैनाती और सीसीटीवी लगाना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि श्यामा मंदिर में देश-विदेश के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.

Darbhanga
नौका विहार की सुविधा

ये भी पढ़ें- बंद हो रहीं चीनी मिलों से गन्ना किसान बेहाल, बजट से लगा रखी है पुराने दिन लौटने की उम्मीद

बड़ी संख्या में आते हैं श्रद्धालु
बता दें कि श्यामा मंदिर दरभंगा राज के श्मशान परिसर में स्थित है और यहां अलग-अलग राजा या रानी की चिता पर एक-एक मंदिर बना है. श्यामा मंदिर महाराजा रामेश्वर सिंह की चिता पर बना है. यह भारत का शायद पहला श्मशान स्थल है जहां के मंदिर में सभी तरह के शुभ कार्य होते हैं. यहां के मंदिर में शादी- विवाह, मुंडन, उपनयन समेत सभी शुभ कार्य होते हैं. इस मंदिर में न सिर्फ उत्तर बिहार बल्कि नेपाल के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में माता का दर्शन करने पहुंचते हैं.

दरभंगा: जिले में पहली बार राज दरभंगा के विश्व विख्यात श्यामा मंदिर परिसर के तालाब में वोटिंग की शुरुआत की गई है. इससे लोगों में काफी खुशी का माहौल है. दूर-दूर से जो भक्त मां श्यामा के दर्शन करने आ रहे हैं वे तालाब में नौका विहार का लुत्फ उठाने को बेकरार रहते हैं. कंपनी की ओर से तालाब में 5 पैडल बोट तालाब में डाले गए हैं. एक बोट में 4 व्यक्तियों की बैठने की क्षमता है और प्रति व्यक्ति आधे घंटे के लिए 50 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है. यहां आने वाले लोगों ने शहर के बड़े तालाबों में स्पीड बोट और मोटर बोटिंग की शुरुआत करने की भी मांग की है.

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श्यामा मंदिर में नौका विहार
पर्यटकों ने कहा कि वह पहली बार श्यामा मंदिर में नौका विहार देख रहे हैं. उन्हें यह देखकर बेहद खुशी हो रही है कि यहां बोटिंग की भी व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि इसे बड़े स्तर पर शुरू किया जाना चाहिए और तालाबों की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. साथ ही कहा कि आम तौर पर बिहार में तालाबों में बोटिंग की सुविधा नहीं होती है. जिसकी कमी बाहर से आने वाले लोग महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि श्यामा मंदिर में यह अच्छी शुरुआत की गई है और दूसरे तालाबों में भी अब इसकी शुरुआत होनी चाहिए.

ईटीवी बारत की रिपोर्ट

वोट पर 4 लोगों के बैठने की क्षमता
वहीं, बोटिंग कंपनी के संचालक वरुण कुमार ने कहा कि उन्होंने तालाब में 5 पैनल बोट डाले हैं. हर वोट पर 4 लोगों के बैठने की क्षमता है और उन से आधे घंटे के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये शुल्क के तौर पर लिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे से सूर्यास्त के पहले तक इसका संचालन हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां सुरक्षा की सभी जरूरी व्यवस्था की गई है. 10 साल के नीचे के बच्चों और बुजुर्गों को नाव पर चढ़ने की मनाही है. उन्होंने कहा कि वे लाइफ जैकेट पहनाकर लोगों को नौका विहार करवाते हैं.

मंदिर के तालाब में बोटिंग की शुरुआत
बोटिंग कंपनी के प्रबंधक दीपक महासेठ में कहा कि श्यामा मंदिर के तालाब में वोटिंग की शुरुआत से न सिर्फ यहां के आम लोग बल्कि जिला प्रशासन और जुडिशियल अधिकारी भी काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि दरभंगा न्यायालय के जज साहब ने भी इसकी तारीफ की है. वहीं, मां श्यामा न्यास समिति के प्रबंधक चौधरी हेमचंद्र राय ने कहा कि नौका विहार संचालित करने वाली कंपनी से प्रति माह 5 हजार शुल्क के तौर पर लिए जा रहे हैं. इसके अलावा शर्तों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था, यहां गोताखोरों की तैनाती और सीसीटीवी लगाना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि श्यामा मंदिर में देश-विदेश के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.

Darbhanga
नौका विहार की सुविधा

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बड़ी संख्या में आते हैं श्रद्धालु
बता दें कि श्यामा मंदिर दरभंगा राज के श्मशान परिसर में स्थित है और यहां अलग-अलग राजा या रानी की चिता पर एक-एक मंदिर बना है. श्यामा मंदिर महाराजा रामेश्वर सिंह की चिता पर बना है. यह भारत का शायद पहला श्मशान स्थल है जहां के मंदिर में सभी तरह के शुभ कार्य होते हैं. यहां के मंदिर में शादी- विवाह, मुंडन, उपनयन समेत सभी शुभ कार्य होते हैं. इस मंदिर में न सिर्फ उत्तर बिहार बल्कि नेपाल के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में माता का दर्शन करने पहुंचते हैं.

Last Updated : Feb 20, 2021, 6:51 PM IST
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