दरभंगा: बागमती नदी के जलस्तर में एकाएक आए उफान से दरभंगा के निचले भू-भागों में तेजी से बाढ़ के पानी का फैलाव ने लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर दिया है. बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. दरभंगा नगर निगम क्षेत्र में वार्ड 2, 8, 9 और 30 के निचले इलाकों में पानी में वृद्धि हुई है. जिले के सदर प्रखंड की आठ पंचायतों, कुशेश्वरस्थान की 14 पंचायतों और कुशेश्वरस्थान पूर्वी की नौ पंचायतों में अधवारा समूह, बागमती और कमला बलान के जलस्तर में वृद्धि जारी है.
शहरी क्षेत्र में बाढ़ का पानी आने से सड़को पर नाव
शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुसने से लोग अपने सामान के साथ ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 8 और 9 अंतर्गत शुभंकरपुर रत्नों पट्टी सरस्वती बाग आदि इलाकों में बाढ़ का पानी आ जाने से शहर के सड़कों पर नाव चलने लगा है.जिससे लोगों में दहशत है.
सड़क संपर्क टूटा
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ के पानी के कारण सड़क टूट चुका है. जिससे आम जन का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आवागमन का एक मात्र सहारा नाव है. नाव सुबह से रात तक चलता है जिससे दैनिक उपयोग के सामान के साथ-साथ मजदूरी करने वाले लोग क्षेत्र में वापस आ सके.
प्रशासन के तरफ से नहीं मिला है सहयोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें सरकार के तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला है. लोगों का कहना है कि प्रशासन तो दुर उनसे मिलने स्थानीय मुखिया तक नहीं आए है. जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखा गया. क्षेत्र के पशुपालक व गरीब किसान अपने-अपने पशुओं को साथ उंचे स्थान की ओर पलायन कर रहे हैं. पशुओं के चारे व दवाई की सरकारी स्तर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
सरकारी नाव चलाने कि आवश्यकता नहीं- डीएम
वहीं इस मामले पर जिले के डीएम डॉ. त्यागराजन का कहना है कि जिले में सरकारी नाव पर्याप्त रूप में नहीं है. शहर में सरकारी नाव का परिचालन कहीं नहीं हो रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ से सहयोग लिय़ा जा रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को मिलाकर जिले में कुल 40 से 45 नाव काम कर रहा है. आवश्यकता पड़ने पर नाव सहित सामुदायिक किचन चलाया जाएगा.