दरभंगा: नदियों के जलस्तर में आए उफान के कारण दरभंगा जिले के 8 प्रखंडों के 107 पंचायत बाढ़ से घिरे हैं. जिनमें 48 पंचायत पूरी तरह से और 59 पंचायत लगभग बाढ़ प्रभावित हैं. बाढ़ से प्रभावित अधिकांश स्थानों पर पीड़ित व्यक्तियों के लिए सामुदायिक रसोई चलाकर भोजन की व्यवस्था की गई है. वहीं जहां सामुदायिक रसोई की व्यस्था नहीं हो पाई है, वहां शनिवार से हेलीकॉप्टर की मदद से सूखा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.
DM ने सरकार से की एयर ड्रॉपिंग के लिए हेलीकॉप्टर की मांग
दरअसल, दरभंगा जिले के कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां बाढ़ का पानी ज्यादा होने कारण वहां पर सामुदायिक रसोई की व्यवस्था नहीं हो पाई है. इसको लेकर दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने सरकार से एयर ड्रॉपिंग के लिए हेलीकॉप्टर की मांग की थी. जिसके बाद शनिवार से दरभंगा जिले में जिलाधिकारी की देखरेख में एयर ड्रॉपिंग का काम शुरू हो गया है.
एयर ड्रॉपिंग के माध्यम से सुखा राशन कराया गया उपलब्ध
भारतीय वायुसेना के जवान हेलीकॉप्टर लेकर कुशेश्वरस्थान पूर्वी और केवटी अंचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे. चारों ओर से पानी में घिरे क्षेत्रों में राशन का पैकेट गिराकर बाढ़ प्रभावित लोगों को सुखा राशन उपलब्ध कराया. जिसमें कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के सुघराईन गांव में 200 पैकेट, तिलकेश्वर गांव में 250 पैकेट, केवटी प्रखंड के बगडीहा गांव में 300 पैकेट और चक्कर गांव में 300 पैकेट गिराकर ग्रामीणों को सूखा राशन उपलब्ध कराया गया. इस पूरे राशन पैकेट वितरण के दौरान जिलाधिकारी स्वयं हेलीकॉप्टर में उपस्थित थे.
हेलीकॉप्टर के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों के बीच किया गया एयर ड्रॉपिंग
वहीं हेलीकॉप्टर के माध्यम से बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने पहुंचे जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि कुछ क्षेत्र ऐसे है, जहां हम बाढ़ राहत नहीं पहुंचा पा रहे है, वैसे गांवो का सूचि तैयार किया गया है और एयर ड्रॉपिंग के माधयम से फूड पैकेट गिराया गया है. कुशेश्वरस्थान प्रखंड के सुखराइन इटहर जैसे पंचायतो में अभी पहुंचने में परेशानी हो रही है. वहां NDRF की टीम लगातार काम कर रही है, फिर भी हमलोगों ने एयर ड्रॉपिंग कराए है. इसी प्रकार केवटी प्रखंड के दो गांव, सदर प्रखंड के एक गांव, सिंघवाड़ा के दो गांव ड्रॉपिंग किया जाएगा.