दरभंगाः उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डीएमसीएच में कोरोना काल में कुव्यवस्था चरम पर है. यहां गंभीर मरीजों के परिजनों से उगाही-वसूली की लगातार शिकायतें मिल रही हैं. गुरुवार को डीएमसीएच के ब्लड बैंक में अवैध ढंग से खून बेचते एक दलाल को पकड़ा गया है. उसकी लोगों ने जमकर धुनाई कर दी.
मधुबनी के फुलपरास का रहने वाला वह दलाल शिव कुमार कामत बी नेगेटिव ग्रुप का ब्लड उपलब्ध कराने के लिए मरीज के एक परिजन से 13 हजार रुपये ऐंठने की कोशिश कर रहा था. जबकि यह ब्लड यहां आसानी से उपलब्ध था.
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पूछताछ में युवक ने खोला भेद
पिटाई के बाद लोगों ने इस दलाल को पुलिस के हवाले कर दिया. पकड़े गए दलाल शिव कुमार ने स्वीकार किया कि वह डीएमसीएच के ब्लड बैंक में मरीजों के परिजनों को झांसा देकर ऊंची कीमत वसूल कर खून बेचने का अवैध धंधा करता था. उसने लोगों से माफी मांगी.
एक सामाजिक कार्यकर्ता अभिजीत कुमार ने बताया कि वे किसी जरूरतमंद को खून देने के लिए डीएमसीएच के ब्लड बैंक गए थे. इसी दौरान यह माजरा सामने आया. उन्होंने जब युवक से सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने सारा भेद खोल दिया. उसने बताया कि वह फुलपरास का रहने वाला है और झंझारपुर के एक अस्पताल में काम करता है.
कर्मियों की मिलीभगत से दलालों का राज
अभिजीत कुमार ने कहा कि डीएमसीएच के ब्लड बैंक के कर्मियों की मिलीभगत से ही यहां दलाल सक्रिय रहते हैं. गरीब मरीजों के परिजनों से अवैध वसूली की जाती है. उन्होंने जिला प्रशासन और अस्पताल के अधिकारियों व कर्मियों से इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम लगाने की अपील की.
पहले भी हुई हैं घटनाएं
बता दें कि इसके पहले डीएमसीएच के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में कोरोना मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने के लिए अस्पताल के ही वार्ड ब्वॉय पर तीन-तीन सौ वसूलने के आरोप लगे थे. इसके बाद डीएमसीएच में ऑक्सीजन के अभाव में एक महिला की मौत हो गई थी. इस मामले में भी वार्ड ब्वॉय पर वसूली का आरोप लगा था. डीएम ने उस वार्ड ब्वॉय पर कार्रवाई का आदेश दिया था.
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