दरभंगा: जल जीवन हरियाली, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनाई गई. जिसमें दरभंगा के लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. यहां करीब 28 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई. जिसमें करीब 56 हजार लोगों ने भाग लिया. ललित नारायण मिथिला विवि में शिक्षकों और कर्मियों ने एक-दूसरे से हाथ जोड़कर पानी बचाने और कुरीतियों से बचने का संदेश दिया.
'जल जीवन हरियाली मिशन बिहार का नायाब मिशन'
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि में मानव श्रृंखला का नेतृत्व खुद कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने किया. इस दौरान ईटीवी भारत संवाददाता ने मानव श्रृंखला का जायजा लिया और कुछ लोगों से खास बात की. एलएनएमयू के शिक्षक प्रो. अजीत कुमार सिंह ने कहा कि जल जीवन हरियाली मिशन बिहार का नायाब मिशन है. पानी बचा कर ही जीवन को बचाया जा सकता है. वहीं, शिक्षक डॉ. एचके सिंह ने कहा कि मिथिला विवि पहले से ही पौधारोपण अभियान चलाता रहा है. आगे इस मिशन को और गति दी जाएगी.
'विवि में चलाया जा रहा पौधरोपण अभियान'
संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने जल जीवन हरियाली अभियान की सराहना की. उन्होंने कहा कि विवि बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान चला रहा है. इसके अलावा इस साल विवि में वाटर हार्वेस्टिंग का भी काम किया जाएगा. इस दौरान छात्रा स्नेहा ने कहा कि मानव श्रृंखला में खड़े होकर उन्हे बेहद खुशी हो रही है. वह देश के सभी लोगों को पर्यावरण बचाने और कुरीतियों से बचने का संदेश दे रही हैं. साथ ही सभी लोगों से पौधे लगाएं, जल बचाएं और दहेज की कुरीति मिटाने की अपील की.