दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने सभी अंचलाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान बाढ़ राहत कार्य एवं बाढ़ प्रभावित परिवारों के डाटा पीएफएमएस पर अपलोड करने के लिए भेजने को लेकर चर्चा हुई. बैठक में जिलाधिकारी ने बहेड़ी, बहादुरपुर, सदर, हनुमाननगर, केवटी, सिंहवाड़ा, घनश्यामपुर, गौड़ाबौराम, बिरौल और बेनीपुर के अंचलाधिकारियों को अतिशीघ्र बचे हुए लाभुकों के डाटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिया. वहीं, उन्होंने कहा कि मृत पशु के लिए प्रदीप मुखिया और गुड्डू कुमार झा को 30 हजार रुपया का अनुग्रह अनुदान की राशि चेक के माध्यम से प्रदान की गई है.
181 पंचायत पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित
वहीं, जिलाधिकरी ने कहा कि नदियों के जलस्तर में आये उफान के कारण जिले के15 प्रखंड के 227 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं. जिनमें 181 पंचायत पूर्ण रूप से एवं 46 पंचायत अंश रूप से बाढ़ प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि अंचलों से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार बाढ़ से जिले के 1024 गांव के 20 लाख 61 हजार 700 परिवार प्रभावित हुए हैं. जहां संबंधित अंचलाधिकारी के द्वारा प्रतिदिन भ्रमण कर बाढ़ राहत कार्य एवं बाढ़ निरोधक कार्य चलाए जा रहे हैं.
368 सामुदायिक रसोई का संचालन
बाढ़ प्रभावित 1024 गांवों में 368 सामुदायिक रसोई का संचालन कर 2 लाख 25 हजार 198 लोगों को सुबह-शाम भोजन कराया जा रहा है. वहीं, जरूरतमंद लोगों के बीच अस्थायी आश्रय बनाने के लिए 48 हजार 844 पॉलिथीन शीटस का वितरण करवाया जा चुका है. साथ ही पानी से घिरे गांवों में अबतक 14470 सूखा फूड पैकेट का वितरण करवाया गया है. वहीं, अन्य प्रखंडों से जिला भंडार गृह से आवश्यकता अनुरूप पैकेट्स मांगने एवं वितरित करने का निर्देश दिया गया है.
एनडीआरएफ की टीम कर रही रेकी
जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ से घिरे गांवों के लोगों के आवागमन एवं राहत कार्यों के लिए 564 नाव के साथ ही 10 मोटरबोट भी चलवाये जा रहे हैं. वहीं, पानी से घिरे गांवों में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की 3 टीमें लगायी गयीं हैं, जिनमें 90 व्यक्ति 17 मोटरवोट के साथ तैनात हैं, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार रेकी कर बचाव एवं राहत कार्य कर रहे हैं. वहीं, 180 स्थलों पर स्वास्थ्य शिविर का संचालन कर 14 हजार 800 लोगों का उपचार किया गया है.
400 क्विंटल से अधिक पशु चारा का वितरण
वहीं, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि पानी को शुद्ध पेयजल बनाने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के प्रभावित परिवारों के बीच 1 लाख 20 हजार हैलोजन टैबलेट वितरित किए गए हैं. बाढ़ प्रभावित गांव के नालियों एवं कचड़े वाले स्थलों पर स्वच्छता बनाये रखने के लिए 300 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया है. वहीं, पशुओं के उपचार एवं उनकी देखभाल के लिए 3 पशु कैप कार्यरत हैं, जिनमें अबतक 550 पशुओं का उपचार किया गया है. लगभग 400 क्विंटल से अधिक पशु चारा का वितरण कराया जा चुका है.