पटना: लालू यादव पर लिखी गई पुस्तक गोपालगंज टू रायसीना छपने के बाद बिहार की राजनीति में विवाद खड़ा हो गया है. पुस्तक में यह कहा गया है कि नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़ने के बाद दोबारा महागठबंधन में शामिल होना चाहते थे. हालांकि एनडीए के नेताओं ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है.
महागठबंधन में शामिल होना चाहते थे सीएम
गोपालगंज टू रायसीना पुस्तक के अनुसार सीएम नीतीश कुमार दोबारा से महागठबंधन में शामिल होना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने पांच बार संपर्क भी साधा था. वहीं, इस आरोप पर जेडीयू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि किताब में बिल्कुल झूठी और मनगढ़ंत बातें लिखी गई हैं. सीएम पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह सत्य से परे है. इसे लेकर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल विपक्ष द्वारा किया जा रहा है उस पर वो खेद व्यक्त करते हैं.
झूठे हैं सभी आरोप
वहीं, भाजपा नेता और पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह बिल्कुल झूठे हैं. उन्होंने कहा कि अब तो प्रशांत किशोर ने भी स्पष्ट कर दिया है. आने वाले दिन में इस झूठ से भी पर्दा उठ जाएगा.