पटना: बिहार में 40 सीटों पर लोकसभा का चुनाव हो रहा है. सात चरणों में यहां वोट डाले जाएंगे. 11 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव होना है जबकि 19 मई को अंतिम चरण का चुनाव होगा. बिहार में अधिकांश सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है.
इस बार की चुनाव खास इसलिए है कि इस बाद चुनावी मैदान में कहीं डॉक्टर नजर आ रहे हैं तो कहीं इंजीनियर. यही नहीं प्रोफेसर के साथ वकील, पायलट और अभिनेता भी ऐसे नन मैट्रिक उम्मीदवार भी हैं. पेश है विशेष रिपोर्ट:
चुनाव में इस बार डॉक्टर्स भी शामिल:
बिहार में इस बार आधा दर्जन डॉक्टर चुनावी मैदान में सर्जरी करने की तैयारी में हैं. लालू यादव की पुत्री डॉ. मीसा भारती इस बार भी पाटलिपुत्र से चुनाव मैदान में हैं तो वही पश्चिम चंपारण से डॉ. संजय जयसवाल चुनाव मैदान में दिख रहे हैं.
मुजफ्फरपुर में डॉक्टर राज भूषण चौधरी निषाद वीआईपी के उम्मीदवार हैं. जबकि जदयू ने गोपालगंज से डॉ. आलोक सुमन और सीतामढ़ी से डॉ. वरुण को मैदान में उतारा था लेकिन डॉ वरुण ने पार्टी को सिंबल लौटा कर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई . कांग्रेस ने किशनगंज से डॉक्टर मोहम्मद जावेद को चुनाव मैदान में उतारा है तो वहीं समस्तीपुर से पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ अशोक राम को प्रत्याशी बनाया है.
इस बार चुनाव मैदान में इंजीनियर भी हैं:
मधेपुरा से चुनाव लड़ रहे कदावर समाजवादी नेता शरद यादव इंजीनियर हैं. जदयू से अलग होने के बाद इस बार आरजेडी के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि इनकी अपनी पार्टी भी है. इनके सामने जदयू मंत्री दिनेश चंद्र यादव हैं जो एक इंजीनियर हैं.
कई वकील भी है जो इस बार चुनाव मैदान में नजर आएंगे:
रविशंकर प्रसाद नेता होने के साथ ही वरिष्ठ वकील भी हैं जो पटना साहिब से अभिनेता बिहारी बाबू को चुनौती दे रहे हैं. इसके अलावा जगदानंद सिंह बक्सर से चुनाव लड़ रहे हैं, वह भी वकील हैं. वहीं, अगर बात करे राजीव प्रताप रूडी कि तो ऐसे तो वो एक पायलट के रूप में फेमस हैं, लेकिन उन्होंने भी वकालत की है.
पाटलीपुत्रा सीट से उम्मीदवार रामकृपाल यादव ने भी कानून की पढ़ाई की है. इसी तरह जयप्रकाश नारायण यादव बांका से राजद प्रत्याशी हैं और जमुई से रालोसपा के उम्मीदवार भूदेव चौधरी ने भी कानून की पढ़ाई की है. आरके सिंह जो केंद्रीय मंत्री भी हैं और आरा से इस बार बीजेपी के उम्मीदवार हैं उन्होंने भी कानून की पढ़ाई की है इनके सामने माले के राजू यादव टक्कर में हैं इन्होंने भी एलएलबी की है.
प्रोफेसर भी रेस में शामिल:
इस बार चुनाव में ऐसे कई उम्मीदवार भी हैं जो पीएचडी डिग्री धारी हैं. इसमें से कई प्रोफेसर भी हैं, जैसे की रघुवंश प्रसाद सिंह जो वैशाली से चुनाव लड़ रहे हैं. राजद के टिकट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री भी हैं और प्रोफेसर भी हैं.
इसी तरह हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक कुमार यादव मधुबनी से इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, वो भी पीएचडी डिग्री धारी हैं. बेगूसराय से लड़ रहे आरजेडी के तनवीर हसन और जहानाबाद से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव ने पीएचडी की है.
मैट्रिक और नॉन मैट्रिक उम्मीदवार भी टक्कर में:
इन सबके बीच राजद के कई उम्मीदवार नॉन मैट्रिक भी है. इनमें झंझारपुर से चुनाव लड़ रहे गुलाब यादव नॉन मैट्रिक हैं. वहीं मुंगेर से बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने मैट्रिक किया है. जबकि कांग्रेस के पूर्णिया के उम्मीदवार उदय सिंह इंटर पास हैं.
एक्टर भी लड़ रहे चुनाव:
पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने एक्टिंग की पढ़ाई है जो देश में एक बड़े एक्टर रूप में प्रख्यात है.
इस तरह से कुल मिलाकर बिहार में इस बार 40 सीटों पर अभिनेता से लेकर प्रोफेसर, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और नॉन मैट्रिक सभी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. विशेषज्ञ इसे लोकतंत्र की मजबूती के लिये शुभ संकेत बता रहे हैं.