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चमकी बुखार पर बोले मुजफ्फरपुर सांसद- एक बेड पर 3-3 बच्चों तक का इलाज

बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी है. 126 से ज्यादा बच्चे इस रहस्यमयी बीमारी की वजह से मौत के गाल में समा चुके हैं. सूबे का मुजफ्फरपुर कस्बा इस बीमारी की सबसे ज्यादा चपेट में है.

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Published : Jun 17, 2019, 9:45 PM IST

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पटना: बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या 126 पहुंच गई है. वहीं, बिहार के मुजफ्फरपुर से बीजेपी सांसद अजय निषाद का कहना है कि मुजफ्फरपुर के सरकारी अस्पताल में सुविधाओं की भारी कमी है. मुजफ्फरपुर में इंसेफ्लाइटिस से बच्चों की मौत पर स्थानीय सांसद अजय निषाद ने कहा है कि, 'पूरे बिहार के बच्चे मुजफ्फरपुर आते हैं. आईसीयू की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है. एक बेड पर 3-3 बच्चों तक का इलाज हो रहा है, यह दिखाता है कि संसाधन की कमी है. अगर हम अभी इसपर काम करेंगे तो अगले साल तक स्थिति काबू में आ जाएगी.'

'इसके पीछे सबसे बड़ा कारण तापमान'
सांसद निषाद ने कहा कि इस बार मरीजों की संख्या पिछले साल की तुलना में बढ़ी है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण तापमान है. हालांकि कुछ लोग कह रहे हैं कि लिची खाने से ऐसा हो रहा है तो कुछ कह रहे हैं कि कुपोषण के कारण ऐसा हो रहा है. फिलहाल इसका वास्तविक कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. डॉक्टर और सरकार इसका पता लगाने में जुटी हुई है. इस मुद्दे को लोकसभा में उठाएंगे.

सवाल : क्या CM नीतीश कुमार आएंगे?
दूसरी तरफ, बिहार के मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे मंत्री श्याम रजक से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या चमकी बुखार की वजह से 80 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद क्या CM नीतीश कुमार यहां आएंगे? तो बिहार के मंत्री श्याम रजक ने कहा, 'सीएम द्वारा हर चीज पर निगाह रखी जा रही है. क्या महत्वपूर्ण है? यहां आने वाले मरीजों की निगरानी और इलाज करना या फिर सीएम का यहां आना?'

जागरूकता नहीं फैलाने के आरोप में केस दर्ज
इस बीच, मुजफ्फरपुर में इंसेफ्लाइटिस को लेकर जागरूकता नहीं फैलाने के आरोप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 24 जून की तारीख तय कर दी.

नीतीश कुमार ने बुलाई स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक
वहीं, बिहार में इंसेफ्लाइटिस से लगातार बच्चों की मौत की खबरों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक बुलाई है.

चमकी बुखार से मौत का आंकड़ा पहुंचा 126
मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. रविवार सुबह से देर रात तक चमकी बुखार से 16वें दिन 15 बच्चों की जान चली गई. 12 बच्चों की मौत एसकेएमसीएच व तीन बच्चों की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई. अभी तक चमकी बुखार से 334 मामले सामने आ चुके हैं .इनमें 116 बच्चों की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर के अलावा सीतामढ़ी में दो, समस्तीपुर में तीन और वैशाली में अब तक 5 बच्चों ने जान गवाई है. इनको लेकर 126 बच्चों की जान अब तक जा चुकी है. बता दें कि रविवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मुजफ्फरपुर पहुंचे. उनके सामने ही तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया. बच्चों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है.

पटना: बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या 126 पहुंच गई है. वहीं, बिहार के मुजफ्फरपुर से बीजेपी सांसद अजय निषाद का कहना है कि मुजफ्फरपुर के सरकारी अस्पताल में सुविधाओं की भारी कमी है. मुजफ्फरपुर में इंसेफ्लाइटिस से बच्चों की मौत पर स्थानीय सांसद अजय निषाद ने कहा है कि, 'पूरे बिहार के बच्चे मुजफ्फरपुर आते हैं. आईसीयू की संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है. एक बेड पर 3-3 बच्चों तक का इलाज हो रहा है, यह दिखाता है कि संसाधन की कमी है. अगर हम अभी इसपर काम करेंगे तो अगले साल तक स्थिति काबू में आ जाएगी.'

'इसके पीछे सबसे बड़ा कारण तापमान'
सांसद निषाद ने कहा कि इस बार मरीजों की संख्या पिछले साल की तुलना में बढ़ी है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण तापमान है. हालांकि कुछ लोग कह रहे हैं कि लिची खाने से ऐसा हो रहा है तो कुछ कह रहे हैं कि कुपोषण के कारण ऐसा हो रहा है. फिलहाल इसका वास्तविक कारण अभी तक पता नहीं चल सका है. डॉक्टर और सरकार इसका पता लगाने में जुटी हुई है. इस मुद्दे को लोकसभा में उठाएंगे.

सवाल : क्या CM नीतीश कुमार आएंगे?
दूसरी तरफ, बिहार के मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे मंत्री श्याम रजक से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या चमकी बुखार की वजह से 80 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद क्या CM नीतीश कुमार यहां आएंगे? तो बिहार के मंत्री श्याम रजक ने कहा, 'सीएम द्वारा हर चीज पर निगाह रखी जा रही है. क्या महत्वपूर्ण है? यहां आने वाले मरीजों की निगरानी और इलाज करना या फिर सीएम का यहां आना?'

जागरूकता नहीं फैलाने के आरोप में केस दर्ज
इस बीच, मुजफ्फरपुर में इंसेफ्लाइटिस को लेकर जागरूकता नहीं फैलाने के आरोप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 24 जून की तारीख तय कर दी.

नीतीश कुमार ने बुलाई स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक
वहीं, बिहार में इंसेफ्लाइटिस से लगातार बच्चों की मौत की खबरों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक बुलाई है.

चमकी बुखार से मौत का आंकड़ा पहुंचा 126
मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. रविवार सुबह से देर रात तक चमकी बुखार से 16वें दिन 15 बच्चों की जान चली गई. 12 बच्चों की मौत एसकेएमसीएच व तीन बच्चों की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई. अभी तक चमकी बुखार से 334 मामले सामने आ चुके हैं .इनमें 116 बच्चों की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर के अलावा सीतामढ़ी में दो, समस्तीपुर में तीन और वैशाली में अब तक 5 बच्चों ने जान गवाई है. इनको लेकर 126 बच्चों की जान अब तक जा चुकी है. बता दें कि रविवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मुजफ्फरपुर पहुंचे. उनके सामने ही तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया. बच्चों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है.

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