पटना: मॉनसून की थोड़ी सी बारिश ने नीतीश सरकार के कई विभागों की पोल खोल दी है. शहर में तो जल जमाव की स्थिति तो देखने को मिल ही रही है, अस्पतालों के हालात भी बेहद बुरे हैं. सूबे के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच के औषधि विभाग के महिला वार्ड में जलजमाव हो गया है. वार्ड में जलजमाव के कारण मछलियां तैर रही हैं.
एनएमसीएच बना तालाब!
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल बिहार का दूसरा सबसे बड़ा हॉस्पिटल माना जाता है, जिसे वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सरकार की ओर से वादे और दावे किए जा रहे हैं. मगर यहां की स्थिति ऐसी है कि थोड़ी सी बारिश इसे किसी तालाब जैसा बना देती है. यहां के औषधि विभाग के महिला वार्ड में बारिश का गंदा पानी घुस गया है.
वार्ड में तैर रही मछलियां
जल जमाव के कारण वार्ड में मछलियां तैर रही हैं. मछली वहां भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के लिए थोड़ी देर के लिए भले ही मनोरंजन का जरिया बनी हो. लेकिन लोग इस बात से आशंकित हैं कि मछली की जगह सांप और बिच्छू भी आ सकते थे.
गंदे पानी और बदबू से परेशानी
वार्ड में मौजूद नर्स और मरीज कहते हैं कि बारिश का बदबूदार पानी वार्ड में जैसे ही घुसता है, जीना दूभर हो जाता है. मरीज के परिजन कहते हैं कि अस्पताल में लोग ठीक होने आते हैं और यहां गंदा पानी से लोग बीमार पड़ रहे हैं.
पानी निकालने का काम तेज
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्य्क्ष डॉ. रवि रंजन कुमार कहते हैं कि पानी निकालने का काम तेजी से चल रहा है, जल्द ही व्यवस्था बहाल हो जाएगी. हालांकि वे भी कहते हैं कि ये स्थिति मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.
नगर निगम की नाकामी
वहीं, इस वार्ड के पूर्व पार्षद राम नाथ चौधरी ने इसके लिए सीधे तौर पर नगर निगम को दोषी बताया है. उन्होंने कहा कि समय रहते व्यवस्था बेहतर करने की कोशिश नहीं की जाती है. यही कारण है कि वार्ड में पानी घुस जाता है और उसमें मछलियां तैरती हुई दिखाई देती है.