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नीतीश राज में अस्पताल बना तालाब! NMCH में तैर रही मछलियां

थोड़ी सी बारिश में राजधानी पानी-पानी हो गई है. आलम ये है कि एनएमसीएच तालाब बन गया है और औषधि विभाग के महिला वार्ड में मछलियां तैर रही हैं.

NMCH
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Published : Jul 8, 2019, 5:28 PM IST

Updated : Jul 8, 2019, 5:38 PM IST

पटना: मॉनसून की थोड़ी सी बारिश ने नीतीश सरकार के कई विभागों की पोल खोल दी है. शहर में तो जल जमाव की स्थिति तो देखने को मिल ही रही है, अस्पतालों के हालात भी बेहद बुरे हैं. सूबे के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच के औषधि विभाग के महिला वार्ड में जलजमाव हो गया है. वार्ड में जलजमाव के कारण मछलियां तैर रही हैं.

NMCH Patna
वार्ड में तैरती मछली


एनएमसीएच बना तालाब!
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल बिहार का दूसरा सबसे बड़ा हॉस्पिटल माना जाता है, जिसे वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सरकार की ओर से वादे और दावे किए जा रहे हैं. मगर यहां की स्थिति ऐसी है कि थोड़ी सी बारिश इसे किसी तालाब जैसा बना देती है. यहां के औषधि विभाग के महिला वार्ड में बारिश का गंदा पानी घुस गया है.


वार्ड में तैर रही मछलियां
जल जमाव के कारण वार्ड में मछलियां तैर रही हैं. मछली वहां भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के लिए थोड़ी देर के लिए भले ही मनोरंजन का जरिया बनी हो. लेकिन लोग इस बात से आशंकित हैं कि मछली की जगह सांप और बिच्छू भी आ सकते थे.

वार्ड में तैरती मछली और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्य्क्ष का बयान


गंदे पानी और बदबू से परेशानी
वार्ड में मौजूद नर्स और मरीज कहते हैं कि बारिश का बदबूदार पानी वार्ड में जैसे ही घुसता है, जीना दूभर हो जाता है. मरीज के परिजन कहते हैं कि अस्पताल में लोग ठीक होने आते हैं और यहां गंदा पानी से लोग बीमार पड़ रहे हैं.

पानी निकालने का काम तेज
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्य्क्ष डॉ. रवि रंजन कुमार कहते हैं कि पानी निकालने का काम तेजी से चल रहा है, जल्द ही व्यवस्था बहाल हो जाएगी. हालांकि वे भी कहते हैं कि ये स्थिति मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.

संवाददाता अरुण कुमार की रिपोर्ट

नगर निगम की नाकामी
वहीं, इस वार्ड के पूर्व पार्षद राम नाथ चौधरी ने इसके लिए सीधे तौर पर नगर निगम को दोषी बताया है. उन्होंने कहा कि समय रहते व्यवस्था बेहतर करने की कोशिश नहीं की जाती है. यही कारण है कि वार्ड में पानी घुस जाता है और उसमें मछलियां तैरती हुई दिखाई देती है.

पटना: मॉनसून की थोड़ी सी बारिश ने नीतीश सरकार के कई विभागों की पोल खोल दी है. शहर में तो जल जमाव की स्थिति तो देखने को मिल ही रही है, अस्पतालों के हालात भी बेहद बुरे हैं. सूबे के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच के औषधि विभाग के महिला वार्ड में जलजमाव हो गया है. वार्ड में जलजमाव के कारण मछलियां तैर रही हैं.

NMCH Patna
वार्ड में तैरती मछली


एनएमसीएच बना तालाब!
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल बिहार का दूसरा सबसे बड़ा हॉस्पिटल माना जाता है, जिसे वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सरकार की ओर से वादे और दावे किए जा रहे हैं. मगर यहां की स्थिति ऐसी है कि थोड़ी सी बारिश इसे किसी तालाब जैसा बना देती है. यहां के औषधि विभाग के महिला वार्ड में बारिश का गंदा पानी घुस गया है.


वार्ड में तैर रही मछलियां
जल जमाव के कारण वार्ड में मछलियां तैर रही हैं. मछली वहां भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के लिए थोड़ी देर के लिए भले ही मनोरंजन का जरिया बनी हो. लेकिन लोग इस बात से आशंकित हैं कि मछली की जगह सांप और बिच्छू भी आ सकते थे.

वार्ड में तैरती मछली और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्य्क्ष का बयान


गंदे पानी और बदबू से परेशानी
वार्ड में मौजूद नर्स और मरीज कहते हैं कि बारिश का बदबूदार पानी वार्ड में जैसे ही घुसता है, जीना दूभर हो जाता है. मरीज के परिजन कहते हैं कि अस्पताल में लोग ठीक होने आते हैं और यहां गंदा पानी से लोग बीमार पड़ रहे हैं.

पानी निकालने का काम तेज
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्य्क्ष डॉ. रवि रंजन कुमार कहते हैं कि पानी निकालने का काम तेजी से चल रहा है, जल्द ही व्यवस्था बहाल हो जाएगी. हालांकि वे भी कहते हैं कि ये स्थिति मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.

संवाददाता अरुण कुमार की रिपोर्ट

नगर निगम की नाकामी
वहीं, इस वार्ड के पूर्व पार्षद राम नाथ चौधरी ने इसके लिए सीधे तौर पर नगर निगम को दोषी बताया है. उन्होंने कहा कि समय रहते व्यवस्था बेहतर करने की कोशिश नहीं की जाती है. यही कारण है कि वार्ड में पानी घुस जाता है और उसमें मछलियां तैरती हुई दिखाई देती है.

Intro:मानसून की थोड़ी वारिस ने सरकार के वहुत विभाग का पोल खोल कर रख देती है।आज की झमाझम बारिश ने सुवे के सबसे बड़े दूसरे अस्पताल नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के औषधि विभाग के महिला वार्ड e में आज जलजमाव हो गया।हालांकि जलजमाव से निजात दिलाने के लिये सरकार और अस्पताल प्रसाशक ने करोड़ो रूपये खर्च की बात करते है लेकिन जलजमाव से निजात पाने की सच्चाई आपके सामने में है।अब अस्पताल प्रसाशन की नींद और भी उड़ रही है कि वार्ड में जलजमाव के साथ साथ मछली भी तैर रही है।जो मरीजो के वीच आकर्षण का केंद्र बना है।


Body:स्टोरी:-अस्पताल में मिली मछली।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-08-07-019.
एंकर:-पटना सिटी,सुवे की सरकार अस्पताल को हाईटेक बनाने के लिये हर वो काम का वादा कर रही है।कही कही अस्पताल को पूरी वेवस्था दी भी जा रही है सरकार के पास पैसे की कमी नही है जो विभाग डीपीआर बनाकर देता है उसे सरकार पूरी करती है।मै आपको सुवे की सबसे बड़ी दूसरी अस्पताल की सच्चाई बता रहा हु।की इस अस्पताल में जलजमाव से निजात दिलाने के करोड़ो रूपये खर्च किये गये है लेकिन हर साल इस अस्पताल में पटना नगर निगम,अस्पताल प्रसाशक और स्वास्थ्य विभाग का हर साल पोल खुलता है लेकिन करवाई या वेवस्था शून्य के बराबर है।मानसून की थोड़ी झमाझम वारिस ने आज फिर नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रसाशक की नींद उड़ा दिया कि थोड़ी वारिस ने नालन्दा मेडिकल कॉलेज असपताल के औषधि विभाग के महिला वार्ड e में वारिस एवम जल्ला का गंदा पानी घुस गया और इस पानी मे मछली भी तैरती हुई दिखाई दिया।वार्ड में जलजमाव के दौरान तैरती मछली मरीजो के लिये मनोरंजन एवम आकर्षण का केंद्र बना है।मरीज एवम वार्ड नर्स कहते है कि बारिश का बदबूदार पानी वार्ड में जैसे ही घुसता है हमलोगों का जीना दूभर हो जाता मरीज कहते कि अस्पताल में लोग ठीक होने आते है और यहाँ गंदा पानी से लोग विमार पर रहे है और मछली साँप सब तैरते नजर आते है हमलोग दहसत की जिंदगी में ईलाज करा रहे है वही सिस्टर भी कहती है कि बदबूदार पानी से परेसानी हो रही है लेकिन इस गंदगी में रहकर हमलोग ईलाज करते है कोई भी अभी तक सुध लेने नही आया।देखिये नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सच्चाई जँहा मरीज के सात साथ रहती है मछलियां देखिये एक रिपोर्ट।
बाईट(सोनी प्रियदर्शनी नर्स औषधि विभाग अरुण कुमार,राम नाथ चौधरी,गीता देवी-परिजन)


Conclusion:सर मछली बाली शॉट वाट्सएप पर भेज रहे है।कृपया अधूरी खबर को पूरी करने का कृपा करेंगे।जलजमाव का खबर मोजो पर भी है लेकिन मछली बाली शॉट हम वाट्सएप पर भेज दिया हूँ ।वाट्सएप पर रवि रंजन कुमार जूनियर डॉक्टर असोसिएशन के अध्य्क्ष है।
Last Updated : Jul 8, 2019, 5:38 PM IST
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