बक्सर: केन्द्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के संसदीय क्षेत्र में वैश्विक आपदा से निपटने के लिए की गई तैयारियों की स्थिति बदतर है. यहां कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों को घर पहुंचाने के लिए गाड़ी का धक्का देकर इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, बक्सर सिविल सर्जन ने दलील दी कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए लगातार कोशिश की जा रही है.
धक्का दिये बिना नहीं चालू होती है गाड़ी
सदर अस्पताल परिसर में गाड़ी को धक्का दे रहे अस्पताल कर्मी पृथ्वी कुमार सिंह ने बताया कि इस गाड़ी में कोरोना संक्रमण से ठीक होकर घर जाने वाले मरीजों को बैठाया गया है. लेकिन ये गाड़ी बिना धक्का दिये चालू ही नहीं होती है. वहीं, इस बदहाल व्यवस्था को लेकर जब बक्सर सिविल सर्जन जितेंद्रनाथ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कभी-कभी लाइट कट जाने के बाद टॉर्च की रोशनी में भी ऑपरेशन करना पड़ता है. जिसकी तस्वीर 2 मिनट में वायरल हो जाती है. व्यवस्था में परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही है.
स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बदतर
बता दें कि देश में लगातार कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा जा रहा है. वहींं, बिहार भी इस वायरस के संक्रमण से अछूता नहीं रहा है. ऐसे में हर तरफ बेहतर व्यवस्था की मांग की जा रही है. लेकिन बक्सर में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति सरकार के दावों की पोल खोल रही है. जिसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.