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Buxar News: UP का लापता बच्चा बक्सर से सकुशल बरामद, नि:संतान दंपती के घर में था मासूम - बक्सर पुलिस

उत्तर प्रदेश से गायब हुए तीन साल के बच्चे को बक्सर पुलिस ने सकुशल बरामद किया है. उसे नि:संतान दंपती के घर से बरामद किया गया है. आज बच्चे को उसके माता-पिता के हवाले कर दिया जाएगा.

यूपी का लापता बच्चा बक्सर से सकुशल बरामद
यूपी का लापता बच्चा बक्सर से सकुशल बरामद
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Published : May 9, 2023, 7:35 AM IST

बक्सर: यूपी का लापता बच्चा बक्सर से सकुशल बरामद हो गया है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से बीते दो मई को तीन वर्षीय मासूम रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया था. वह बच्चा बिहार के बक्सर जिले के कोरान सराय थाना के पास स्थित मुंगाव गांव से बरामद हुआ है. बच्चे के गायब होने के बाद वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर स्थित राजकीय रेल पुलिस थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.

ये भी पढ़ें: Buxar News: बच्चों का निवाला डकारने वाले पूर्व प्रभारी प्राचार्य गिरफ्तार, जासो मध्य विद्यालय का मामला

नि:संतान दंपती के घर से मासूम बरामद: स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिसके घर से बच्चा बरामद हुआ है, वह नि:संतान है. उसके घर में कई दिनों से एक बच्चे को खेलते देख स्थानीय ग्रामीणों ने कोरान सराय पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद गांव में पहुंचकर पुलिस ने बच्चे को गांव के ही बसंत यादव के घर से बरामद कर उसे चाइल्ड लाइन के माध्यम से बाल कल्याण समिति बक्सर को सौंप दिया. पहले तो बच्चे के बारे में कुछ पता नहीं चला रहा था कि यह कहां का बच्चा है लेकिन बाद में काफी खोजबीन के दौरान उसके माता-पिता का पता चल गया. हालांकि पुलिस यह भी पता लगा रही है कि बसंत नामक जिस व्यक्ति के घर से बच्चा बरामद हुआ है. इस मामले में उसकी भूमिका क्या रही है.

'लावारिस हालत में मिला था बच्चा': बच्चा बरामदगी के बाद बसंत ने पुलिस को सफाई देते हुए बताया कि वह बच्चा वाराणसी कैंट से लावारिश हालत मिला था. चूंकि बसंत का कोई बच्चा नहीं है, इसलिए उसने इसे पालने की नीयत से अपने घर में रखा था. इधर बाल कल्याण समिति ने उक्त बच्चे को संरक्षण के लिए ’विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान’ आरा को सौंप दिया. काउंसिलिंग के दौरान ही बच्चे की पहचान सुनिश्चित करने के लिए श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विभा देवी ने बच्चे को अपने गोद में लेकर उसकी तस्वीर विभिन्न थानों और रेल पुलिस के अलावे सोशल मीडिया पर डलवाई.

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से गायब हुआ था बच्चा: इधर बच्चे के माता पिता ने भी बच्चे के गुम होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसकी तस्वीर सहित गुमशुदगी की सूचना वाराणसी कैंट, दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन सहित अन्य रेलवे स्टेशनों पर चस्पायी थी. इसी दौरान किसी की नजर उक्त नोटिस के साथ ही वायरल फोटो पर पड़ी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस को जानकारी दी गई. जिसके बाद डुमरांव एसडीपीओ अफाक अंसारी व बाल कल्याण समिति द्वारा वाराणसी कैंट रेल थाने के माध्यम से बच्चे के माता-पिता से संपर्क कर यह जानकारी दी गई कि उनका बच्चा सुरक्षित है.

बच्चे की बरामदगी से माता-पिता खुश: वह इस वक्त चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के निर्देश पर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान आरा में है. इसके बाद उसके माता पिता बक्सर पहुंचे. हालांकि कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण अभी उनका बच्चा उन्हें सौंपा नहीं गया है. उम्मीद है कि आज उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा. बच्चा सुरक्षित मिलने के बाद दंपति ने डुमरांव एसडीपीओ अफाक अंसारी व बाल कल्याण समिति को धन्यवाद दिया है.

बक्सर: यूपी का लापता बच्चा बक्सर से सकुशल बरामद हो गया है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से बीते दो मई को तीन वर्षीय मासूम रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया था. वह बच्चा बिहार के बक्सर जिले के कोरान सराय थाना के पास स्थित मुंगाव गांव से बरामद हुआ है. बच्चे के गायब होने के बाद वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर स्थित राजकीय रेल पुलिस थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.

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नि:संतान दंपती के घर से मासूम बरामद: स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिसके घर से बच्चा बरामद हुआ है, वह नि:संतान है. उसके घर में कई दिनों से एक बच्चे को खेलते देख स्थानीय ग्रामीणों ने कोरान सराय पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद गांव में पहुंचकर पुलिस ने बच्चे को गांव के ही बसंत यादव के घर से बरामद कर उसे चाइल्ड लाइन के माध्यम से बाल कल्याण समिति बक्सर को सौंप दिया. पहले तो बच्चे के बारे में कुछ पता नहीं चला रहा था कि यह कहां का बच्चा है लेकिन बाद में काफी खोजबीन के दौरान उसके माता-पिता का पता चल गया. हालांकि पुलिस यह भी पता लगा रही है कि बसंत नामक जिस व्यक्ति के घर से बच्चा बरामद हुआ है. इस मामले में उसकी भूमिका क्या रही है.

'लावारिस हालत में मिला था बच्चा': बच्चा बरामदगी के बाद बसंत ने पुलिस को सफाई देते हुए बताया कि वह बच्चा वाराणसी कैंट से लावारिश हालत मिला था. चूंकि बसंत का कोई बच्चा नहीं है, इसलिए उसने इसे पालने की नीयत से अपने घर में रखा था. इधर बाल कल्याण समिति ने उक्त बच्चे को संरक्षण के लिए ’विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान’ आरा को सौंप दिया. काउंसिलिंग के दौरान ही बच्चे की पहचान सुनिश्चित करने के लिए श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विभा देवी ने बच्चे को अपने गोद में लेकर उसकी तस्वीर विभिन्न थानों और रेल पुलिस के अलावे सोशल मीडिया पर डलवाई.

वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से गायब हुआ था बच्चा: इधर बच्चे के माता पिता ने भी बच्चे के गुम होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसकी तस्वीर सहित गुमशुदगी की सूचना वाराणसी कैंट, दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन सहित अन्य रेलवे स्टेशनों पर चस्पायी थी. इसी दौरान किसी की नजर उक्त नोटिस के साथ ही वायरल फोटो पर पड़ी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस को जानकारी दी गई. जिसके बाद डुमरांव एसडीपीओ अफाक अंसारी व बाल कल्याण समिति द्वारा वाराणसी कैंट रेल थाने के माध्यम से बच्चे के माता-पिता से संपर्क कर यह जानकारी दी गई कि उनका बच्चा सुरक्षित है.

बच्चे की बरामदगी से माता-पिता खुश: वह इस वक्त चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के निर्देश पर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान आरा में है. इसके बाद उसके माता पिता बक्सर पहुंचे. हालांकि कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण अभी उनका बच्चा उन्हें सौंपा नहीं गया है. उम्मीद है कि आज उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा. बच्चा सुरक्षित मिलने के बाद दंपति ने डुमरांव एसडीपीओ अफाक अंसारी व बाल कल्याण समिति को धन्यवाद दिया है.

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