बक्सर: जिले में 12 दिसंबर को असमय बारिश होने के कारण किसानों की सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसलें बर्बाद हो गई. जिससे किसान परेशान हो रहे हैं. लेकिन जिले के कृषि पदाधिकारी ने सरकार को बाताया कि बारिश से कोई बर्बादी नहीं हुई है. इसपर कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी और राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारी और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है.
बता दें कि जिला कृषि पदाधिकारी ने रिपोर्ट में लिखा है कि बारिश से पहले ही किसान खेतों से अपने फसल को निकाल लिए थे. इस कारण से किसानों को कोई हानी नहीं हुई है. सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि जिले के कई खेतों में अभी भी धान पानी में डूबा हुआ है. जिला कृषि पदाधिकारी की तरफ से सरकार को यह रिपोर्ट दे दी गई है कि जिले में 80% रवि फसल की बुआई हो गई है, जो सरासर झूठ है. सच तो यह है कि जिले में अब तक 30% भी रवि फसल की बुआई नहीं हो पाई है और ना ही पूरी तरह से धान की कटनी हो पाई है. उन्होंने कहा कि ऑफिस में बैठे-बैठे ही सरकार को कृषि विभाग ने रिपोर्ट भेज दिया है.
'मुख्यमंत्री किसानों का दर्द क्या जानेंगे'
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि न तो जिला कृषि पदाधिकारी को कृषि के बारे में कोई ज्ञान है और ना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी कृषि के कार्य को देखा है. ऐसे पदाधिकारी और मुख्यमंत्री किसानों का दर्द क्या जानेंगे? उन्होंने कहा कि बक्सर में 80% खेत में अब तक रवि की फसल की बुआई नहीं हो पाई है. असमय बारिश के कारण अब बुआई होगा भी या नहीं ये भी नहीं पता. वहीं, जगदानंद सिंह ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने ठीक ही कहा था कि जब-जब किसानों के खेत और खलिहान प्रभावित होंगे, तब-तब देश में आर्थिक मंदी होगी.
'मुआवजा देने के लिए बात करूंगा'
बता दें कि 3 दिन पहले समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे थे. उन्होंने कहा था कि जिले में असमय बारिश होने के कारण किसानों को भारी क्षति हुई है. जिसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फसल के मुआवजा देने के लिए बात करूंगा.