बक्सर: 3 दिसम्बर को जिले के इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकढा बधार से बरामद अधजली युवती के शव की 144 घंटे बाद भी पहचान नहीं हो सकी है. इस मामले पर विपक्ष ने अब सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. राजद जिलाध्यक्ष शेषनाथ यादव ने कहा है कि सत्ता और शासन की निष्क्रियता से महिलाओं पर अत्याचार में बढ़ोतरी हुई है.
300 से अधिक लोगों से किया गया पूछताछ
बक्सर पुलिस की ओर से इस केस के खुलासे के लिए अब तक 300 से अधिक लोगों से हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा चुका है. उसके बाद भी पुलिस को अब तक इस मामले में कामयाबी नहीं मिल पाई है. घटना के 6 दिन बाद भी अब तक एफएसएल की रिपोर्ट बक्सर पुलिस को प्राप्त नहीं हो पाया है. वहीं इस मामले को लेकर बक्सर के राजद जिलाध्यक्ष शेषनाथ यादव ने सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा है कि घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस यह भी पता नहीं लगा पाई कि वह युवती कौन है. 2020 के चुनाव में यदि जनता ने राजद के हाथ मे सता की चाभी दी, तो हम सबसे पहले महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकेंगे.
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रविवार को किया गया दफन
बता दें कि 3 दिसम्बर को जिले के इटाढ़ी में महिला की हत्या के बाद साक्ष्य को मिटाने के लिये शव को जलाने का प्रयास किया गया था. 120 घंटे की तहकीकात के बावजूद भी पुलिस के हाथ कोई ठोस जानकारी नहीं लगी. जिसके बाद रविवार को पुलिस विभाग ने शव को दफना दिया. बक्सर केंद्रीय कारा के पीछे गंगा नदी के किनारे गड्ढा खोदकर इस अज्ञात युवती को दफन किया गया.