बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के नगर थाना क्षेत्र के चरित्रवन स्थित एक निजी अस्पताल के डॉक्टर और स्वस्थ्यकर्मियों की लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत (Maternity Death In Buxar) हो गई. इस घटना के बाद सभी स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए. डॉक्टरों की लापरवाही के कारण गर्भवती महिला की मौत के बाद नाराज परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
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अस्पताल में प्रसूता की मौत: घटना के संबंध में बताया जाता है कि नगर थाना क्षेत्र के एमभी कॉलेज गेट के रहने वाले अभिषेक प्रकाश ओझा की पत्नी पिंकी ओझा गर्भवती थी. पिछले कुछ महीनों से उनका इलाज स्थानीय हॉस्पिटल में चल रहा था. सोमवार को प्रसव पीड़ा से पीड़ित होने पर उनकी पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां बाद में चिकित्सक की सलाह पर महिला का अल्ट्रासाउंड कराया गया. अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में यह बताया गया कि बच्चे की गर्भ में ही मृत्यु हो गई है.
परिजनों ने किया हंगामा: परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है. जल्दी सब ठीक हो जाएगा, लेकिन सुबह से लेकर शाम तक उन्होंने महिला के उपचार के संदर्भ में कोई पहल नहीं की. यहां तक कि उपचार के नाम पर पैसे जमा करा लिए गए. वहीं शाम करीब 6 बजे के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में कार्यरत नर्स और कंपाउंडर से संपर्क किया लेकिन उसके बाद भी कोई प्रसूता को देखने नहीं पहुंची और महिला की मौत हो गई.
डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप: परिजनों को जब महिला की मौत होने की जानकारी मिली तो उनके द्वारा चिकित्सक की तलाश की जाने लगी. पता चला कि डॉक्टर अस्पताल से गायब है. वहीं, अस्पताल के प्रबंधन से जुड़े लोग भी अस्पताल से गायब दिखे. जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. परिजनों का कहना था कि जब चिकित्सिक को कोई इलाज करना नहीं था तो उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं करना था. मृतक के पति ने बताया कि मामले को लेकर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने जा रहे हैं.
"घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस टीम भेजी गई है. मामले की जांच कराई जा रही. परिजन यदि लिखित शिकायत करते हैं, तो एफआईआर दर्ज कर करवाई की जाएगी."- दिनेश कुमार मालाकार, थानाध्यक्ष
मामले की करवाई जाएगी जांच: घटना के संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ ने कहा कि मामले में परिजनों के द्वारा प्राप्त आवेदन के आलोक में जांच कराई जाएगी. लापरवाही पाए जाने पर विधिसम्मत कार्रवाई भी की जाएगी. इस घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधन के लोगों से बात करने की कोशिश की गई लेकिन न तो अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोग और न ही अस्पताल कर्मियों ने किसी भी सवाल का जवाब दिया.
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