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कोरोना वैक्सीन लगवाकर लौटे लोग हुए सम्मानित, बोले- टीके में नहीं है कोई साइड इफेक्ट

पटना एम्स में चल रहे कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में टीकाकरण करा वापस लौटे लोगों को सम्मानित किया गया है. लोगों ने बताया कि इस वैक्सीन का कोई भी साइड इफैक्ट नहीं है. पढ़ें पूरी खबर...

कोरोना वैक्सीन लेने वाले लोगों की प्रतिक्रिया
कोरोना वैक्सीन लेने वाले लोगों की प्रतिक्रिया
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Published : Dec 25, 2020, 8:08 PM IST

बक्सर : जिला प्रशासन ने कोरोना वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने वाले कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया है. पटना एम्स में चल रहे टीकाकरण के तीसरे चरण के परीक्षण में शामिल हुए कोरोना योद्धाओं को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें सम्मानित करने का आह्वान किया था. इसके बाद जब वो अपने घर पहुंचे, तो जिला प्रशासन ने एक कार्यक्रम आयोजित कर सभी को सम्मानित किया.

टीकाकरण के ट्रायल में शामिल होकर लौटीं नावानगर प्रखंड की प्रमिला देवी ने कहा कि इस टीके का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. गांव जाकर अपने चिरपरिचित एवं रिश्तेदारों से इस कोरोना टीकाकरण के ट्रायल में शामिल होने के लिए अपील करूंगी. वहीं, मालती देवी ने कहा कि हम स्वेच्छा से पटना एम्स में पहुंचकर कोरोना का टीका लिए हैं. वापस आने पर जिलाधिकारी ने सम्मानित किया है. वहीं, युवा सामाजिक कार्यकर्ता अजय राय ने कहा कि देश हित में चल रहे कोरोना टीकाकरण के ट्रायल में शामिल होकर काफी गौरान्वित महसूस कर रहा हूं.

कोरोना वैक्सीन लेने वाले लोगों की प्रतिक्रिया

जिला प्रशासन ने की थी पहल
कोरोना योद्धाओं के सम्मान समारोह में पहुंचे जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि पटना एम्स में तीसरे चरण में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. जिला प्रशासन ने सभी इस ट्रायल में शामिल होने के लिए 18 साल से अधिक उम्र के लोगों से अपील की थी. इसके बाद काफी लोगों ने इस ट्रायल में भाग लिया. वे जब वापस आए हैं, तो उन्हें सम्मानित किया गया है.

सम्मानित हुए कोरोना योद्धा
सम्मानित हुए कोरोना योद्धा

बिहार बना पहला राज्य, जहां हुआ सबसे पहले शुरू हुआ वैक्सीन का ट्रायल
अभी तक कोरोना वैक्सीन का ऐसा ट्रायल देश के किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है. इस तरह से पटना एम्स कोरोना से लड़ाई के लिए सबसे पहले सामने आया है. जानकारी मुताबिक पटना एम्स में कोरोना की वैक्सीन हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी और आईसीएमआर ने बनाई है, उसी का पटना एम्स समेत देश के 12 संस्थानों में ट्रायल होना है, जो सबसे पहले पटना एम्स में शुरू हो चुका है.

कोरोना योद्धाओं का सम्मान
कोरोना योद्धाओं का सम्मान

'5 दिनों में 100 वॉलेंटियर्स को दिया जाएगा डोज'
वैक्सीन के ट्रायल के लिए 5 दिनों में 100 लोगों को डोज दिया जाएगा. मंगलवार को पटना एम्स में 62 लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया गया. वहीं, पटना एम्स में नालंदा से 5, भोजपुर से 5, बक्सर से 4, कैमूर से 6, पटना और रोहतास से 4-4 वॉलेंटियर्स ने कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज दिया गया है.

वहीं महिलाएं इस ट्रायल में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहीं हैं. मालती देवी ने कहा कि लोगों को इस टीकाकरण से डरने की जरूरत नहीं है. इसे जरूर लें. वहीं, जानकारी मुताबिक वैक्सीन के सटीक परिणामों का पता तीन महीने बाद चल सकेगा.

बक्सर : जिला प्रशासन ने कोरोना वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने वाले कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया है. पटना एम्स में चल रहे टीकाकरण के तीसरे चरण के परीक्षण में शामिल हुए कोरोना योद्धाओं को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें सम्मानित करने का आह्वान किया था. इसके बाद जब वो अपने घर पहुंचे, तो जिला प्रशासन ने एक कार्यक्रम आयोजित कर सभी को सम्मानित किया.

टीकाकरण के ट्रायल में शामिल होकर लौटीं नावानगर प्रखंड की प्रमिला देवी ने कहा कि इस टीके का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. गांव जाकर अपने चिरपरिचित एवं रिश्तेदारों से इस कोरोना टीकाकरण के ट्रायल में शामिल होने के लिए अपील करूंगी. वहीं, मालती देवी ने कहा कि हम स्वेच्छा से पटना एम्स में पहुंचकर कोरोना का टीका लिए हैं. वापस आने पर जिलाधिकारी ने सम्मानित किया है. वहीं, युवा सामाजिक कार्यकर्ता अजय राय ने कहा कि देश हित में चल रहे कोरोना टीकाकरण के ट्रायल में शामिल होकर काफी गौरान्वित महसूस कर रहा हूं.

कोरोना वैक्सीन लेने वाले लोगों की प्रतिक्रिया

जिला प्रशासन ने की थी पहल
कोरोना योद्धाओं के सम्मान समारोह में पहुंचे जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि पटना एम्स में तीसरे चरण में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. जिला प्रशासन ने सभी इस ट्रायल में शामिल होने के लिए 18 साल से अधिक उम्र के लोगों से अपील की थी. इसके बाद काफी लोगों ने इस ट्रायल में भाग लिया. वे जब वापस आए हैं, तो उन्हें सम्मानित किया गया है.

सम्मानित हुए कोरोना योद्धा
सम्मानित हुए कोरोना योद्धा

बिहार बना पहला राज्य, जहां हुआ सबसे पहले शुरू हुआ वैक्सीन का ट्रायल
अभी तक कोरोना वैक्सीन का ऐसा ट्रायल देश के किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है. इस तरह से पटना एम्स कोरोना से लड़ाई के लिए सबसे पहले सामने आया है. जानकारी मुताबिक पटना एम्स में कोरोना की वैक्सीन हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी और आईसीएमआर ने बनाई है, उसी का पटना एम्स समेत देश के 12 संस्थानों में ट्रायल होना है, जो सबसे पहले पटना एम्स में शुरू हो चुका है.

कोरोना योद्धाओं का सम्मान
कोरोना योद्धाओं का सम्मान

'5 दिनों में 100 वॉलेंटियर्स को दिया जाएगा डोज'
वैक्सीन के ट्रायल के लिए 5 दिनों में 100 लोगों को डोज दिया जाएगा. मंगलवार को पटना एम्स में 62 लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज दिया गया. वहीं, पटना एम्स में नालंदा से 5, भोजपुर से 5, बक्सर से 4, कैमूर से 6, पटना और रोहतास से 4-4 वॉलेंटियर्स ने कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज दिया गया है.

वहीं महिलाएं इस ट्रायल में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहीं हैं. मालती देवी ने कहा कि लोगों को इस टीकाकरण से डरने की जरूरत नहीं है. इसे जरूर लें. वहीं, जानकारी मुताबिक वैक्सीन के सटीक परिणामों का पता तीन महीने बाद चल सकेगा.

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