बक्सर: कोरोना वायरस का कहर देश में लगातार बढ़ता जा रहा है. बिहार में भी कोरोना के पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. कोरोना वायरस की वजह से पटना के एम्स में एक मरीज की मौत भी हुई है और एक मरीज का इलाज जारी है. इस वायरस पर नियंत्रण के लिए पीएम मोदी ने रविवार को पूरे देश में जनता कर्फ्यू का आवाह्न किया. पीएम के इस मुहिम को पूरे देश की जनता का समर्थन मिल रहा है. कर्फ्यू को लेकर बक्सर भी पूरी तरह से विरान नजर आया. जिलावासियों ने पीएम के आवाह्न पर खुद को घरों में कैद कर लिया.
'पीएम के साथ खड़े हैं'
पीएम के जनता कर्फ्यू पर जिले के लोगों ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी का कार्य सराहनीय है. औरंगाबाद के सभी लोग पीएम के आवाह्न पर मजबूती के साथ खड़े है. लोगों का कहना है कि वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं निकल पाया है. इस वायरस पर लगाम केवल जागरूकता और सतर्कता है. वायरस पर नियंत्रण के लिए देश के पीएम मोदी और प्रदेश के सीएम नीतीश जिस तरह से एहतियातन कदम उठा रहें है. उसके समर्थन में हमलोग पूरी तरह से खड़े हैं.
हाई अलर्ट पर है बिहार
कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने पहले ही पूरे बिहार को हाई अलर्ट पर रखा है.कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावना और उपचार को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट रहते हुए सतर्कता के साथ-साथ एहतियात बरतने पर जोर दे रही है. इससे निबटने की मुकम्मल व्यवस्था भी की जा रही है. कोरोना के संदिग्ध की पहचान होने पर उसे सतत निगरानी में रखने को लेकर पूरे प्रदेश के सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. फिर भी जिलेवासियों को इससे प्रभावित होने से बचने के लिए पूरी तरह से सतर्क रहने की जरूरत है.
चीन से शुरू हुआ था वायरस का सफर
कोरोना वायरस इस समय पूरी दुनिया के लिए मौत का दूसरा नाम बन चुका है. इस जानलेवा वायरस ने अब तक हजार लोगों की जान ले ली है. भारत के भी कई लोग इस वायरस के चपेट में आ चुके हैं. यह वायरस चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ था. इस वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित किया है. फिलहाल इस वायरस को रोकने को लिए कोई मुकम्मल इलाज का ईजाद नही हो सका है. इस वायरस से बचने के लिए सुरक्षा, सतर्कता और जागरूकता ही एकमात्र विकल्प है.