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बक्सरः छापेमारी में पुलिस ने बरामद किया एक हजार लीटर देसी शराब - itarhi police caught liquor

बक्सर की इटाढ़ी थाना पुलिस ने जमीन में गाड़ कर रखी गयी एक हजार लीटर देसी शराब बरामद किया है. जिसे पुलिस ने नष्ट कर शराब तस्करों को पकड़ने की कोशिश कर रही है.

शराब
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Published : Jan 31, 2021, 7:45 AM IST

बक्सरः जिले की इटाढ़ी थाना क्षेत्र के मुसहरी में डॉग स्कवायड के टीम को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने जमीन के अंदर तैयार कर रखा गए एक हजार लीटर शराब बरामद किया है. शराबबंदी के बावजूद लगातार जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में शराब पकड़ी जा रही है और बनायी भी जा रही है. लेकिन, पुलिस प्रशासन इसे रोक पाने में असफल हो रहे हैं.

जमीन के अंदर गाड़ कर रखी गयी थी शराब
जानकारी के मुताबिक इटाढ़ी थाना के मुसहरी में वर्षों से शराब बनाने का काम कुछ लोगों के द्वारा किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के द्वारा सूचना देने के बाद भी मुसहरी में जाने की हिम्मत पुलिस-प्रशासन नहीं कर पाता था. देर शाम डॉग स्क्वायड के सहयोग से इटाढ़ी थाना प्रभारी आलोक कुमार के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान एक हजार लीटर देसी शराब बरामद हुई है. जिसे पुलिस कर्मियों ने विनिष्ट कर दिया. पुलिस की माने तो मुसहरी में ही स्थानीय स्तर पर इस शराब को तैयार कर केन में पैक कर जमीन के अंदर गाड़ कर रखा गया था.

शराब नष्ट करवाती पुलिस
शराब नष्ट करवाती पुलिस

ये भी पढ़ें- 5 लाख में थाना सेट? दलाल और शराब तस्कर के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल, जांच के आदेश

स्थानीय पुलिस-प्रशासन की मदद से फल-फूल रहा शराब कारोबार
बिहार में शराबबंदी का कानून लागू है. उसके बाद भी जिला के अलग-अलग थाना क्षेत्र में शराब का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जिला के शराब माफिया केवल शराब की तस्करी ही नही कर रहे हैं. बल्कि स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर इसका निर्माण भी किया जा रहा है. जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र से प्रत्येक दिन सैकड़ों लीटर शराब की बरामदगी हो रही है. शराब के कारोबार में कई सफेद पोश और प्रशासनिक अधिकारियों में पैठ बनाये रखने वाले, थाने के दलाल और कुछ पुलिस कर्मियों की सहभागिता है. जिनके छत्रछाया में यह कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है. ऐसे मामले में बड़े अधिकारियों की जानकारी में न हो पर निचले स्तर पर ही इसे निपटा दिया जाता है.

ये भी पढ़ें- एक वर्ष में 47 हजार लीटर से अधिक देसी और विदेशी शराब जप्त

"उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती जिला होने के कारण कुछ शराब माफिया सक्रिय हैं. जिनकी पहचान कर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. हाल ही में दो दर्जन से अधिक शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. एक बार से ज्यादा जो शराब तस्कर पकड़े जा रहे हैं, उनकी सम्पति के बारे में पता किया जा रहा है. ताकि उनके सम्पति को भी जब्त किया जा सके. किसी भी हाल में शराब कारोबारी और अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे." -नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक

बक्सरः जिले की इटाढ़ी थाना क्षेत्र के मुसहरी में डॉग स्कवायड के टीम को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने जमीन के अंदर तैयार कर रखा गए एक हजार लीटर शराब बरामद किया है. शराबबंदी के बावजूद लगातार जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में शराब पकड़ी जा रही है और बनायी भी जा रही है. लेकिन, पुलिस प्रशासन इसे रोक पाने में असफल हो रहे हैं.

जमीन के अंदर गाड़ कर रखी गयी थी शराब
जानकारी के मुताबिक इटाढ़ी थाना के मुसहरी में वर्षों से शराब बनाने का काम कुछ लोगों के द्वारा किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के द्वारा सूचना देने के बाद भी मुसहरी में जाने की हिम्मत पुलिस-प्रशासन नहीं कर पाता था. देर शाम डॉग स्क्वायड के सहयोग से इटाढ़ी थाना प्रभारी आलोक कुमार के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान एक हजार लीटर देसी शराब बरामद हुई है. जिसे पुलिस कर्मियों ने विनिष्ट कर दिया. पुलिस की माने तो मुसहरी में ही स्थानीय स्तर पर इस शराब को तैयार कर केन में पैक कर जमीन के अंदर गाड़ कर रखा गया था.

शराब नष्ट करवाती पुलिस
शराब नष्ट करवाती पुलिस

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स्थानीय पुलिस-प्रशासन की मदद से फल-फूल रहा शराब कारोबार
बिहार में शराबबंदी का कानून लागू है. उसके बाद भी जिला के अलग-अलग थाना क्षेत्र में शराब का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जिला के शराब माफिया केवल शराब की तस्करी ही नही कर रहे हैं. बल्कि स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर इसका निर्माण भी किया जा रहा है. जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र से प्रत्येक दिन सैकड़ों लीटर शराब की बरामदगी हो रही है. शराब के कारोबार में कई सफेद पोश और प्रशासनिक अधिकारियों में पैठ बनाये रखने वाले, थाने के दलाल और कुछ पुलिस कर्मियों की सहभागिता है. जिनके छत्रछाया में यह कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है. ऐसे मामले में बड़े अधिकारियों की जानकारी में न हो पर निचले स्तर पर ही इसे निपटा दिया जाता है.

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"उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती जिला होने के कारण कुछ शराब माफिया सक्रिय हैं. जिनकी पहचान कर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. हाल ही में दो दर्जन से अधिक शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. एक बार से ज्यादा जो शराब तस्कर पकड़े जा रहे हैं, उनकी सम्पति के बारे में पता किया जा रहा है. ताकि उनके सम्पति को भी जब्त किया जा सके. किसी भी हाल में शराब कारोबारी और अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे." -नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक

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